English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-09-05 124440

छत्तीसगढ़ भेजे गए सभी विधायक रविवार को झारखंड लौट आए।रांची सर्किट हाउस के सभी 50 कमरे विधायकों के लिए बुक किए गए थे। कुछ ही देर में सोरेन विश्वास मत हासिल करने को लेकर सदन में प्रस्ताव पेश करेंगे।

 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यूपीए विधायकों के साथ राज्य विधानसभा पहुंच चुके हैं। कुछ ही देर में विश्वासमत हासिल करने का प्रस्ताव सदन में रखेंगे। 82 सदस्यीय सदन में सत्तारूढ़ गठबंधन के 49 विधायक हैं जिनमें झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक विधायक शामिल हैं।

भाजपा द्वारा खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच यूपीए के 30 से अधिक विधायकों को छत्तीसगढ़ के एक रिजॉर्ट में ठहराया गया था। हालांकि रविवार को सभी विधायक झारखंड लौट आए। वहीं सोरेन के विधायकों के विधानसभा पहुंचने के बाद भाजपा विधायकों ने हाथ में तख्ती लिए राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।

Also read:  विश्व कप 2022 के बाद कतर में अवकाश क्षेत्र मजबूत

यूपीए के सभी विधायकों को रविवार रांची एयरपोर्ट से सीधे सर्किट हाउस लाया गया। सर्किट हाउस के सभी 50 कमरे विधायकों के लिए बुक किए गए थे। वहीं रातभर मुख्य गेट बंद रहा और बाहर काफी भारी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद रहे। बाहरी लोगों का सर्किट हाउस में आना-जाना बंद कर दिया गया था। विधायकों के सर्किट हाउस पहुंचने के बाद वहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे थे।

तीन विधायक नहीं होंगे शामिल

आवेदन में कांग्रेस के तीन विधायकों का नाम नहीं है। कैश कांड में फंसे कांग्रेस के ये विधायक एक दिन के विशेष सत्र में शामिल नहीं हो पाएंगे। विधायक डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को हाईकोर्ट के आदेश के कारण कोलकाता छोड़ने की इजाजत नहीं है। पार्टी की ओर से इन विधायकों को सत्र में शामिल होने का कोई आवेदन नहं दिया गया है।

Also read:  संस्कृति मंत्रालय ने अरबी सुलेख के लिए प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ग्लोबल सेंटर की शुरूआत की

विपक्ष के षडयंत्रकारी सभी जाल कुतर दिए जाएंगेः हेमंत सोरेन

सीएम हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि विपक्ष हमारे लिए लगातार जाल विछा रहा है। लेकिन हर बार उनके हाथ कुछ नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के षडयंत्रकारी सभी जाल कुतर दिए जाएंगे। हमारे लिए विछाए गए जाल में विपक्षी खुद फंस जाएंगे। विशेष सत्र के सवाल पर कहा कि विपक्ष के सपने चकनाचूर हो जाएंगे विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। यह जनता की ओर से चुनी गई सरकार है।

Also read:  नहीं रही स्वर कोकिला लाता मंगेशकर, प्रधानमंत्री ने दुख जताया

एनसीपी के कमलेश सिंह नाराज

एनसीपी के कमलेश सिंह हेमंत सोरेन से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि हम बंधुआ मजदूर नहीं हैं। मान-सम्मान की बात है। एनसीपी राष्ट्रीय पार्टी है। ये लोग हमेशा झामुमो-कांग्रेस-राजद की बात करते हैं। जिस जगह प्रतिष्ठा नहीं मिले वहां कितने दिनों तक रह सकते हैं।