English മലയാളം

Blog

Screenshot 2023-04-27 140605

दुबई क्रिमिनल कोर्ट ने पूर्वी यूरोप की एक 38 वर्षीय मां को अपनी 10 साल की बेटी को प्रताड़ित कर मौत के घाट उतारने के बाद आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

केस फाइल के मुताबिक, मां ने दुबई के पड़ोस में द विला स्थित अपने घर पर यह कहते हुए एंबुलेंस बुलाई कि उनकी बेटी बाथटब में डूब गई है। पुलिस जांच करने गई तो पाया कि 10 साल की बच्ची के शरीर पर जलने और चोट के निशान थे।

पुलिस ने पीड़िता और दो साल के एक अन्य बच्चे के साथ घर में रह रही मां से पूछताछ की। घर में काम करने वाला एक नौकर भी था, जो जांच के दौरान मौजूद नहीं था। मां ने अपराध के लिए नौकर को दोषी ठहराते हुए कहा कि वह अपनी बेटी को बाथटब में डुबो कर देश छोड़कर भाग गया। पुलिस ने पाया कि नौकर वास्तव में अपराध के दिन देश छोड़कर चला गया था।

Also read:  UAE weather: पारा चढ़ा 45ºC, बारिश की संभावना

इंटरपोल ने नौकर को उसके देश में एक हवाई अड्डे के आगमन हॉल में पकड़ा। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने अपराध में शामिल होने से इनकार किया।

उसने पुलिस को बताया कि वह कुछ महीने पहले अमीरात आया था और उसका काम घर के काम में मदद करना और दो बच्चों को स्कूल से लाना-ले जाना था। उसने कहा कि उसने देखा कि मां अक्सर बच्ची को प्रताड़ित करती है, उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है।

Also read:  दुबई: 2021 में दर्ज किए गए Dh2.2 बिलियन के वित्तीय अपराध

वारदात के एक दिन पहले नौकर ने मां को अपनी बेटी को कमरे में बंद करते देख लिया था। वारदात वाली सुबह जब वह बच्ची को स्कूल के लिए जगाने गया तो देखा कि वह बैडरूम में नहीं है। बाथरूम से पानी की धीमी आवाज सुनकर उसने दरवाजा खोला तो देखा कि बच्ची बाथटब में पड़ी थी। वह उसकी मां के पास गया और उससे कहा कि उसे लगा कि उसकी बेटी मर गई है। जब मां ने इस पर शांति से प्रतिक्रिया दी तो वह चौंक गए। इस डर से कि उसे अपराध के लिए दोषी ठहराया जाएगा, वह तुरंत अपने देश भाग गया।

Also read:  फीफा विश्व कप के प्रशंसकों के लिए फ्लोटिंग होटल के रूप में काम करने वाला पहला विशाल क्रूज जहाज कतर में डॉक करता है

नौकर के बयान पर जब मां से सवाल किया गया तो उसने मारपीट कर बेटी को बाथटब में डुबाने की बात स्वीकार की।

पुलिस को अपराध की सूचना न देने के लिए नौकर को दुबई में दुष्कर्म न्यायालय द्वारा दोषी ठहराया गया था। उन्हें एक महीने जेल की सजा सुनाई गई है, जिसके बाद निर्वासन किया गया है।