English മലയാളം

Blog

n35608697016439599162006c7d54a3aafe0d4425602e1ec7c0095834d4d4f97a035d5176b4adbfc3241a3a

दुनिया पिछले दो साल से कोरोना महमारी के खिलाफ युद्ध लड़ रही है। कोरोना की तीसरी लहर और ओमिक्रॉन (Omicron) के संक्रमण के रफ्तार के बीच भारत में 15 से 18 साल के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है।

इस दौरान एक तरफ जहां कई राज्यों में वैक्सीन शॉर्टेज की खबर सामने आ रही है वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने बताया कि केवल 1 महीने में देश में 15 से 18 आयुवर्ग के 65 प्रतिशत बच्चों को वैक्सीन की (Corona Vaccination) पहली डोज दे दी गई है।

उन्होंने अपने ट्वीट के माध्यम से इस जानकारी को देते हुए इसे यंग इंडिया का एतिहासिक प्रयास। मंडाविया ने कहा, ‘यंग इंडिया का ऐतिहासिक प्रयास जारी। केवल 1 महीने में 15-18 आयुवर्ग के 65 प्रतिशत बच्चों को लगी वैक्सीन की पहली डोज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान रच रहा नए कीर्तिमान।’

Also read:  TMC नेता मुकुल रॉय सोमवार से लापता, परिवार का नहीं हो पा रहा संपर्क

देश में पॉजिटिविटी रेट 9.27 फीसदी

वहीं देश में आ रहे कोविड मामलों की बात करें तो पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के एक लाख 49 हजार 394 नए केस सामने आए हैं और 1072 लोगों की मौत हो गई। कल की तुलना में आज कोरोना के 13 फीसदी केस कम आए हैं। कल एक लाख 72 हजार 433 केस आए थे। देश में पॉजिटिविटी रेट अब 9.27 फीसदी है. जानिए देश में कोरोना की ताजा स्थिति क्या है।

Also read:  महाराष्ट्र में दिवाली के बाद खुलेंगे स्कूल, ठाकरे बोले- पटाखे जलाने से बचें लोग

एक्टिव केस घटकर 14 लाख 35 हजार 569 हुए

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 14 लाख 35 हजार 569 हो गई है। वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5 लाख 55 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, कल दो लाख 46 हजार 674 लोग ठीक हुए, जिसके बाद अभी तक 4 करोड़ 17 हजार 88 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।’

देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच अब जल्द ही 12-14 साल के बच्चों को भी वैक्सीन लगेगी. NTAGI ग्रुप के चीफ डॉ एन के अरोड़ा (Dr. N K Arora) ने कहा कि मार्च से इन बच्चों को वैक्सीन लगेगी। विशेषज्ञों का कहना था कि 12-17 साल के बच्चे वयस्क जैसे ही होते हैं। अरोड़ा ने कहा कि इसलिए 15-17 साल के किशोरों को पहले वैक्सीन देने का फैसला किया गया। एकबार उनका वैक्सीनेशन पूरा हो जाए तो इसके बाद इसके नीचे के उम्र वाले बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा। वहीं 2 से 17 साल उम्र के बच्चों के लिए आपात स्थिति में कोवैक्सिन के इस्तेमाल की मंजूरी सरकार की तरफ से दी गई है।
कुछ विशेषज्ञों ने कहा था कि 5 से 14 साल के को मोबिलिटी वाले बच्चों को पहले वैक्सीनेशन दी जाए।

Also read:  सुनील गावस्कर ने मयंक अग्रवाल की तारिफ की, कहा-वो भारत में बॉस की तरह बल्लेबाजी करता है, लेकिन विदेशों में नहीं