महाराष्ट्र में औरंगाबाद शहर का नाम संभाजी नगर किया जाय इस मांग को लेकर विपक्षी भाजपा उद्धव ठाकरे सरकार को घेरती नज़र आ रही है।
भाजपा के विधायक गोपीचंद पडलकर ने सीएम ठाकरे से ख़त लिखकर मांग की है कि अहमदनगर का नाम बदलकर ‘अहिल्यानगर’ किया जाय क्योंकि अहमदनगर रानी अहिल्यादेवी होलकर का जन्म स्थान है और उनका नाम अहमदनगर शहर को देना मतलब रानी अहिल्या देवी का सम्मान करने जैसा ही हैं। अपने खत में पडलकर लिखते है कि ये सिर्फ उनकी मांग नहीं है, ये लोगों की भावना है।
31 मई को पडलकर और उनके कार्यकर्ताओं ने अहिल्यादेवी का जन्मोत्सव उनके जन्म स्थल चोंडि गाव में मनाया। पडलकर ने महाविकास आघाड़ी सरकार को निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने आम लोगों को चोंडि गांव में आने से रोका क्योंकि शरद पवार और उनके पोते रोहित पवार वहां थे। पडलकर का कहना है कि यह बहुत ही शर्मनाक बात है कि शरद पवार उस नवाब मलिक का समर्थन करते हैं जिनके रिश्ते अंडर् वर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहीम से हैं। वहीं, पवार अहिल्यादेवी के जन्मोत्सव में शामिल होते हैं और उसे अपने पार्टी का इवेंट बताकर अपने पोते रोहित पवार को फिर लांच करते हैं।
पडलकर का कहना है कि जब मुगल सैनिक हिंदू मंदिर गिरा रहे थे, तब अहिल्यादेवी होलकर ने उनका पुनर्निर्माण किया और हिंदू संस्कृति की रक्षा की थी। हर हिंदू के लिए वो एक मिसाल हैं इसीलिए अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्यानगर रखना चाहिए। उद्धव ठाकरे सरकार को अपने खत से उन्होंने सवाल पूछा हैं कि आप कौन सा इतिहास लोगों तक पहुंचाना चाहते हो? मुगल साम्राज्य का या फिर है अहिल्या देवी का? गोपीचंद पडलकर का कहना है कि उद्धव सरकार जल्द से जल्द अहमदनगर का नाम बदलने का फैसला ले ताकि लोगों को पता चले कि उद्धव ठाकरे सरकार का रिमोट कंट्रोल शरद पवार के हाथ में नहीं हैं।