English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-06-02 190444

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद ओम पर्वत हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है।

चीन बॉर्डर के करीब नाभीढांग में ओम पर्वत मौजूद है। वहीं, इसके दर्शन के लिए देश-दुनिया लोग आते हैं, लेकिन इस बीच यहां कुछ ऐसा हुआ है, जिससे हर कोई हैरान है। दरअसल में यूपी के लखीमपुर खीरी की रहने वाली 28 साल की हरप्रीत कौर 23 अप्रैल को अपनी मां हरविंदर कौर के साथ ओम पर्वत के दर्शन के लिए गई थी। वहीं, दोनों मां-बेटी को प्रशासन ने 6 मई तक के लिए इनर लाइन पास दिया था, जो 15 दिनों के लिए मान्य होता है। असल सामरिक नजरिए से अहम इस इलाके में बाहरी लोगों को प्रवेश के लिए इनर लाइन पास लेना होता है।

Also read:  “हम एक आतंकवादी को तमिलनाडु के राज्यपाल को गोली मारने और हत्या के लिए भेजेंगे”- डीएमके प्रवक्ता शिवाजी कृष्णमूर्ति

जानें क्‍या है पूरा मामला

हरप्रीत और हरविंदर का पास 6 मई तक मान्य था, लेकिन इसके बाद हरप्रीत ने नाभीढांग से लौटने के लिए मना कर दिया। वहीं, बेटी के मना करने पर पर उसकी मां ने फिर 10 से 14 मई के लिए इनर लाइन पास बनवाया, लेकिन दूसरे पास की समय सीमा खत्म होने के बाद भी हरप्रीत ने लौटन से मना कर दिया। आखिरकार थक हारकर मां हरविंदर कौर लौट आईं। इसके साथ ही प्रशासन को पूरे प्रकरण से अवगत कर दिया। कहा जा रहा है कि हरप्रीत शिव की धरती से जाना ही नहीं चाह रही हैं।

Also read:  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे की तारीख में बदलाव किया गया, 25 फरवरी को बिहार आएंगे

मां की फरियाद के बाद प्रशासन हुआ एक्टिव

हरप्रीत की मां हरविंदर कौर ने प्रशासन ने उनकी बेटी को लाने की गुहार लगाई। इसके बाद एसडीएम धारचूला नंदन कुमार ने बताया कि हरप्रीत को लाने के लिए एक मेडिकल टीम, दो महिला एसआई और दो जवान भेजे जा रहे हैं।

Also read:  पीएम नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक (Karnataka) के बेंगलुरु इंडिया एनर्जी वीक का किया उद्घाटन

प्रशासन और खुफिया तंत्र भी अलर्ट

वहीं, इस मामले के प्रकाश में आने के बाद प्रशासन और खुफिया तंत्र भी अलर्ट मोड में आ गया है. दरअसल चीन और नेपाल के एकदम करीब सटे नाभीढांग में इस तरह का ये पहला मामला है।