श्रद्धा के पिता ने मीडिया के सामने बातचीत में कहा कि उन्हें 2019 में बेटी ने कहा था कि उसे आफताब के साथ लिव- इन रिलेशनशिप में रहना है, जिसके लिए उन्होंने मना कर दिया था, क्योंकि वे हिन्दू हैं और लड़का मुस्लिम।
श्रद्धा के पिता ने पुलिस को बताया कि हमारे मना करने पर मेरी लड़की श्रद्धा वाकर ने बोला कि मैं पचीस साल की हो गई हूं और मुझे मेरे फैसले लेने का पूरा अधिकार है। मुझे आफताब के साथ रहना है, उसने बोला कि मैं आज से आपकी बेटी नहीं ऐसा समझो..ये कहकर घर से जाने लगी… मैंने और मेरी बीवी ने उसे बहुत समझाया लेकिन वह नहीं मानी।
श्रद्धा हमारा घर छोड़कर आफताब के साथ रहने चले गई। मुझे उसके दोस्तों से पता चला कि वे दोनों पहले एक साथ नया गांव और फिर वसाई महाराष्ट्र में थे। श्रद्धा अपनी मां से फोन पर बात करती थी और बताया करती थी कि आफताब उससे झगड़ा करता है और मारपीट भी करता है। उन्होंने कहा कि मेरी बीवी की मृत्यु के बाद उससे एक दो बार फोन पर बात हुई थी, तब मुझे भी उसने बताया था कि उसको आफताब मारता पीटता है।
यही बात उसने घर आकर करीब एक महीने बाद मुझे आमने-सामने भी बताई थी, तब भी मैंने आफताब को छोड़कर घर आने को कहा। लेकिन फिर वह आफताब के पास चली गई। दिनांक 14.09.2022 को मेरे लड़के श्रीजय विकास वाकर को मेरी लड़की के दोस्त लक्ष्मण नादर ने फोन पर बताया कि श्रद्धा का फोन पिछले करीब दो महीनो से बंद आ रहा है। मैंने भी दोस्त से बात की तो मुझे भी यही बात बताई गई।
उसने कहा कि हमारी बातचीत होती रहती थी, लेकिन पिछले दो-ढाई महीने से कोई बात नहीं हुई है। मेरी लड़की का फोन नहीं लग रहा था, तो मैंने थाना मानिकपुर महाराष्ट्र में केस दर्ज कराया। मुझे पुलिस ने बताया कि लापता की जांच दिल्ली पुलिस को भेज दी गई है।
पुलिस के अनुसार, मेरी लड़की आफताब के साथ दिल्ली में छतरपुर में रहती थी,जिसके बाद मैं दिल्ली पहुंचा और पुलिस से जांच शुरू करने को कहा। 8 नवम्बर को 59 साल के विकास मदान वाकर ने अपनी बेटी के अपहरण की एफआईआर दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराई थी।