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अंतरिक्ष क्षेत्र के सुधारों पर के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष के सिवन (K Sivan) ने कहा कि सरकार ने न केवल भारत के भीतर बल्कि विश्व स्तर पर भी स्पेस इंडस्ट्री को विस्तार की मंजूरी दी है।

 

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष के सिवन (K Sivan) ने स्वीकार किया है कि लोगों के बीच ऐसी भावना है कि 2021 में अंतरिक्ष एजेंसी में बहुत कम कुछ हुआ है। ऐसा मुख्य रूप से लॉन्च की कम संख्या के कारण हो रहा है। लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ISRO ने पिछले साल कई टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट इनिशिएटिव की। इसके अलावा, अगले दशक की अंतरिक्ष गतिविधियों के लिए योजना बनाई गई। ISRO के वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक नए साल के संदेश में, सिवन ने भविष्य के लिए एजेंसी की योजनाओं और बहुप्रतीक्षित गगनयान मिशन के बारे में जानकारी दी।

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के सिवन ने कहा, ‘भारत की गगनयान परियोजना (Gaganyaan project) ने डिजाइन फेज पूरा कर लिया है और टेस्टिंग फेज में प्रवेश कर गया है।’ उन्होंने कहा, ‘मानव-रेटेड एलएल 10 विकास इंजन, क्रायोजेनिक स्टेज, क्रू एस्केप सिस्टम मोटर्स और सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम के लिए टेस्ट प्रगति पर हैं।’ गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है और इसकी घोषणा 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने की थी और इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर इसके उड़ान भरने की उम्मीद थी। लेकिन कोरोनावायरस महामारी के कारण देरी हुई। हालांकि, सिवन ने कहा कि कार्यक्रम को पूरा करने के प्रयास जारी हैं।

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इन तीन मिशनों पर होगीं निगाहें

ISRO चीफ ने कहा, ‘भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ (15 अगस्त, 2022) से पहले पहला मानव रहित मिशन शुरू किया जाएगा। ऐसे में सभी हितधारक शेड्यूल को पूरा करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हम इस टारगेट को हासिल करने में सक्षम होंगेॉ।’ के सिवन ने बताया कि तीन स्पेस मिशन कतार में हैं। इसमें पहला ‘दिशा’ (DISHA) मिशन है, जो एक जुड़वां एरोनॉमी सैटेलाइट मिशन है। दूसरा वीनस मिशन (Venus mission) है और तीसरा ISRO-CNES संयुक्त विज्ञान मिशन ‘तृष्णा’ (TRISHNA) है।

ISRO इन मिशनों को भी देगा अंजाम

अंतरिक्ष क्षेत्र के सुधारों पर के सिवन ने कहा कि सरकार ने न केवल भारत के भीतर बल्कि विश्व स्तर पर भी स्पेस इंडस्ट्री को विस्तार की मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सुधारों को समायोजित करने के लिए कई नीतियों को उचित प्रक्रिया के बाद संशोधित किया गया है। सिवन ने कहा कि ISRO इस साल कई मिशनों को अंजाम देगा। उन्होंने कहा, इनमें से कुछ पीएसएलवी पर ईओएस-4 और ईओएस-6 की लॉन्चिंग, एसएसएलवी की पहली उड़ान में ईओएस02 की लॉन्चिंग, गगनयान के क्रू एस्केप सिस्टम के लिए कई परीक्षण उड़ानें और गगनयान के पहले मानव रहित मिशन का शुभारंभ होगा।