UAE ने लिया एक बड़ा फैसला, मुस्लिम
संयुक्त अरब अमीरात ने सिनेमाई रिलीज को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि अब फिल्मों की रिलीज पर किसी तरह का कोई सेंसर नहीं किया जाएगा.।UAE की सरकार पिछले कुछ समय से अपने कई ऐसे कानूनों में बदलाव कर रही है जो खाड़ी के इस्लामिक देशों में मान्य हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने रविवार को घोषणा की कि वो अब सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्मों को सेंसर नहीं करेगा. यूएई का मीडिया नियामक प्राधिकरण अब फिल्मों में सेंसरशिप के बजाय उन्हें 21 प्लस रेटिंग में रिलीज करेगा। यूएई में अब पारंपरिक इस्लामिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले संवेदनशील दृश्यों को काटने के बजाय, उसे 21 प्लस रेटिंग दी जाएगी।
यूएई के मीडिया नियामक प्राधिकरण ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, ‘फिल्मों को अब उनके अंतरराष्ट्रीय संस्करण के अनुसार सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया जाएगा।’
पिछले कुछ समय से कई कानूनों में हो रहा संशोधन
संयुक्त अरब अमीरात में एडल्ट कंटेंट वाली फिल्में नियमित रूप से कट या एडिट की जाती रही हैं। आईजीएन मिडिल ईस्ट के मुताबिक, एडम ड्राइवर और लेडी स्टारर फिल्म हाउस ऑफ गूची में सेक्सुअल कंटेंट की वजह से कई सीन कट किए गए. मार्वेल स्टूडियो की इटरनल्स की रिलीज में भी इसी वजह से देरी हुई।
यूएई का ये फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वह तेल पर अपनी अर्थव्यवस्था की निर्भरता को कम करना चाहता है। यूएई ने हाल के वर्षों में अपने कानूनों में कई तरह के संशोधन किए हैं। खाड़ी देश चाहता है कि विश्व के सामने उसकी छवि एक उदार और सुधारवादी मुस्लिम देश की बने जिससे विदेशी निवेश और पर्यटन को बढ़ावा मिले। 21 प्लस रेटिंग भी अपनी इस छवि को बढ़ावा देने का यूएई का एक नया प्रयास है।