English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-05-16 114652

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश के कई राज्यों में हाल ही में हुई हिंसक घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अलग-अलग राज्यों में हुई हिंसा की घटनाओं के पीछे जो आरोपी हैं, जो पकड़े जा रहे हैं वे RSS और बीजेपी बैकग्राउंड से हैं, इटली से नहीं।

 

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में सीएम अशोक गहलोत ने कहा, ‘राजस्थान में जो तनाव पैदा किया गया, दंगे भड़क सकते थे परन्तु एक मौत नहीं हो पाई। इन्होंने दंगे की योजना खूब बनाई लेकिन हमने इसे विफल किया है। अभी भी हम छोड़ेंगे नहीं, राजस्थान में जो घटना हुई है, उसकी जांच चल रही है। इनका एजेंडा हिन्दुत्व का है, उसके कारण दंगे करवा रहे हैं। चुनाव में ध्रुवीकरण कर रहे हैं।’

Also read:  मध्यप्रदेश: सीधी जिला में हुई बस दुर्घटना में 37 शव निकाले गए

जहां-जहां चुनाव वहां दंगे

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि नव संकल्प शिविर बहुत समय पर किया गया है। देश के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। तनाव का माहौल है, हिंसा को माहौल है। हर धार्मिक जुलूस के वक़्त दंगे भड़क रहे हैं और जहां-जहां चुनाव होते हैं, वहां दंगे ज्यादा भड़कने शुरू हो जाते हैं।अशोक गहलोत ने कहा कि जो लोग पकड़े जा रहे हैं, जो आरोपी हैं वो सारे RSS-BJP बैकग्राउंड के हैं इटली के नहीं। दंगों से फायदा जिस पार्टी को होता है, समझ लीजिए कि दंगे वही करवा रही है।

क्या दंगों से कांग्रेस को फायदा हो रहा है? सबको पता है दंगे होंगे तो कांग्रेस बदनाम होगी। तो कांग्रेस तो दंगे करवा नहीं सकती है और क्यों करवाएगी।सीएमगहलोत ने कहा, करौली में मुख्य आरोपी बीजेपी का, रामगढ़ में मंदिर तोड़े गए वहां बीजेपी का बोर्ड 35 में से 34 पार्षद बीजेपी के हैं। और बदनाम कांग्रेस को किया गया। जोधपुर में कोई घटना ही नहीं और घटना बना दी गई। दुनिया क्या सोचती होगी यूपी के बारे में कि चुनाव के दौरान 403 टिकटों में से एक टिकट भी अल्पसंख्यकों को बीजेपी नहीं दे रही। दुनिया में क्या संदेश जा रहा है।

Also read:  राहुल गांधी का बड़ा खुलासा मयावती को दिया था मुख्यमंत्री बनने का ऑफर लेकिन नहीं की बात

उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से सवाल किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 7 राज्यों में हुए दंगों की जांच का आदेश देने का साहस क्यों नहीं दिखा रहे हैं ताकि भविष्य में उन्हें रोका जा सके… पीएम मोदी ‘आरएसएस प्रचारक’ हैं… अपने आप में आरएसएस और बीजेपी का विलय क्यों नहीं हो जाता।

राहुल गांधी संभालें पार्टी की कमान

गहलोत ने कहा कि कांग्रेस भारत जोड़ने के लिए, एकता और अखंडता के लिए समर्पित है। उसके लिए कांग्रेस भारत जोड़ों की बात घर-घर तक पहुंचाने का आह्वान कर रही है। भारत मज़बूत राष्ट्र बना रहे ये भावना इसके पीछे है। 3 दिन का जो कैंप हुआ है, इसमें जो गंभीरता और रूचि दिखाई गई है, जो फैसले हुए हैं उससे लगता है कि ये नए सिरे से लागू होंगे और कांग्रेस एक मज़बूत पार्टी के रूप में और मज़बूत होगी।

Also read:  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर विनियोग विधेयक 2022 करेंगी पेश

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पार्टी की कमान संभालें, ये एक कॉमन मांग है। एक बार पूरे देश के तमाम प्रदेश अध्यक्षों से, सीएलपी नेता, भूतपूर्व मुख्यमंत्रियों से, भूतपूर्व अध्यक्षों से राय ली गई थी… एक आदमी को छोड़कर सभी ने कहा कि राहुल गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष बनें।