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टाटा पावर की अगले पांच साल में रिन्यूएबल एनर्जी यानी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 75,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना है।

कंपनी की मंशा इस दौरान अपनी बिजली उत्पादन क्षमता को 30,000 मेगावॉट तक पहुंचाने की है। इसमें से आधा उत्पादन स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों से हासिल किया जाएगा। फिलहाल टाटा पावर की उत्पादन क्षमता 13,500 मेगावॉट है। इसमें रिन्यूएबल एनर्जी स्रोतों का हिस्सा 34 प्रतिशत है यानी टाटा की बिजली प्रोडक्शन क्षमता ढ़ाई गुना बढ़ जाएगी। साथ ही इसका बड़ा हिस्सा स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों से आएगा।

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शेयरधारक ने किया सवाल

टाटा पावर के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने गुरुवार को कंपनी की वार्षिक आमसभा में कहा कि हमारी योजना अगले पांच साल में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 75,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की है। वह एक शेयरधारक के कंपनी की भविष्य की योजना पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।

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ग्रीन एनर्जी की तरफ बढ़ रही टाटा पावर

अपने संबोधन में चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा पावर की योजना 2026-27 तक अपनी उत्पादन क्षमता को 30,000 मेगावॉट तक पहुंचाने की है। अभी यह 13,500 मेगावॉट है। इसके अलावा 2027 तक कंपनी का स्वच्छ ऊर्जा पोर्टफोलियो बढ़कर 60 प्रतिशत हो जाएगा, जो अभी 34 प्रतिशत है। इसे 2030 तक 80 प्रतिशत करने का लक्ष्य है।

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उन्होंने बताया कि कंपनी का चालू वित्त वर्ष में कुल मिलाकर 14,000 करोड़ रुपए का निवेश करने का इरादा है। इसमें से 10,000 करोड़ रुपए का निवेश नवीकरणीय ऊर्जा में किया जाएगा। टाटा पावर ने 2021-22 में 707 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ी है।