हाल ही में कांग्रेस (Congress) से नाता तोड़ने वाले गुलाम नबी आजाद (Ghulam nabi azad) ने रविवार को जम्मू (Jammu) जिले के सैनिक फार्म में एक बड़ी रैली की, जहां उन्होंने एक बार फिर अपनी पूर्व पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस के लिए अपना खून दिया, लेकिन पार्टी भूल गई कि उन्होंने कैसे उन्हें मदद की।
कार्यक्रम स्थल पर करीब 20,000 समर्थकों को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा कि कांग्रेस का गठन प्रयास से हुआ था, ट्वीट एसएमएस से नहीं। रैली के दौरान गुलाम नबी ने कहा, कांग्रेस हमारे खून से बनी है, कंप्यूटर से नहीं, ट्विटर से नहीं. लोग हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी पहुंच कंप्यूटर ट्वीट तक सीमित है। यही कारण है कि कांग्रेस कहीं भी धरातल पर नजर नहीं आती।’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आजाद ने आगे कहा, “कांग्रेस के लोग अब बसों में जेल जाते हैं, वे डीजीपी, कमिश्नरों को बुलाते हैं, अपना नाम लिखवाते हैं एक घंटे के भीतर निकल जाते हैं। यही कारण है कि कांग्रेस आगे नहीं बढ़ पा रही है।” पूर्व सांसद अपने गृह राज्य जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी की पहली इकाई स्थापित करके अपने राजनीतिक जीवन में एक नया अध्याय शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अपनी नई पार्टी के बारे में बात करते हुए जम्मू-कश्मीर के नेता ने कहा कि वह अपनी पार्टी को एक हिंदुस्तानी नाम देंगे यह पूर्ण राज्य की बहाली पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा, ‘मैंने अभी तक अपनी पार्टी के लिए नाम तय नहीं किया है। जम्मू-कश्मीर के लोग पार्टी का नाम झंडा तय करेंगे। मैं अपनी पार्टी को एक हिंदुस्तानी नाम दूंगा जिसे हर कोई समझ सके। उन्होंने कहा, “मेरी पार्टी पूर्ण राज्य की बहाली, भूमि के अधिकार मूल निवासियों को रोजगार देने पर ध्यान केंद्रित करेगी।”
73 वर्षीय आजाद सुबह 11 बजे जम्मू हवाईअड्डे पहुंचे, जहां उनके समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद पूर्व कांग्रेस नेता सैनिक फार्म गए जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। संभावना है कि वह वहां से अपनी राष्ट्रीय स्तर की पार्टी की घोषणा करेंगे। 26 अगस्त को कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक लंबे जुड़ाव को समाप्त करते हुए आजाद ने पार्टी को “पूरी तरह से नष्ट” करार दिया राहुल गांधी पर इसके पूरे सलाहकार तंत्र को “ध्वस्त” करने के लिए फटकार लगाई। शनिवार को आजाद ने कांग्रेस पार्टी के इस आरोप का जवाब दिया कि वह पीएम मोदी भाजपा के साथ तालमेल बिठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से मिलने बात करने से किसी का डीएनए नहीं बदलता है।