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पंजाब दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा चूक मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले पर जहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाजी के बाद आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है वहीं प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक के मसले पर सुरक्षा नियमों पर अलग बहस छिड़ गई है। वहीं इस मसले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

बुधवार को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मामले पर सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए इसे गंभीर मुद्दा बताया।  उन्होंने लिखा कि, यह एक गंभीर मामला है। पूर्व में भारत के दो प्रधानमंत्रियों इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या हो चुकी है जिसके बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी एसपीजी को सौंप दी गई। पीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसपीजी एक्ट में विशेष प्रावधान किए गए हैं।

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एसपीजी, आईबी तथा अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय हो : गहलोत

उन्होंने आगे कहा, पीएम के दौरे पर सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी एवं आईबी की होती है तथा राज्य पुलिस एसपीजी के निर्देशों एवं सलाह का पालन करती है। एसपीजी की अनुमति के बिना पीएम का काफिला आगे नहीं बढ़ सकता है।

 

गहलोत ने एसपीजी की जवाबदेही पर सवाल उठाते हुए आगे कहा कि एसपीजी को बताना चाहिए कि बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री को 2 घंटे से अधिक समय की सड़क यात्रा क्यों करवाई गई? पंजाब के सीएम ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूर्व में जानकारी दे दी गई थी तब भी प्रदर्शन वाले रास्ते में पीएम के काफिले को जाने की अनुमति एसपीजी ने क्यों दी?

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गहलोत ने कहा कि, यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर राजनीति करने की बजाय एसपीजी, आईबी तथा अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर कांग्रेस एवं पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के खिलाफ की जा रहीं टिप्पणियां मुद्दे की गंभीरता को कम करती है. इसकी निंदा की जानी चाहिए.

कांग्रेस पूरे देश से माफी मांगे : वसुंधरा राजे

वहीं इस मसले पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी है। राजे ने लिखा कि, पीएम की सुरक्षा में चूक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा की जिम्मेदारी पंजाब सरकार की थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने ओछी मानसिकता के चलते प्रदर्शनकारियों को उनके रास्ते तक जाने दिया। प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने के लिए कांग्रेस को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।

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उन्होंने आगे लिखा कि, पंजाब में महत्वपूर्ण परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को षड्यन्त्र पूर्वक नहीं पहुंचने देना, पंजाब की जनता का अपमान है। इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।