कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब में किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। आक्रोशित किसानों ने 24 घंटों के भीतर जियो के 90 मोबाइल टावरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। इससे हजारों मोबाइल फोन ठप हो गए हैं। पिछले दो दिनों में पंजाब में किसानों ने 1500 जियो के मोबाइल टावरों को क्षतिग्रस्त किया है।
हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर ने मोबाइल टावरों को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की थी। जिस पर मुख्यमंत्री किसानों से अपील कर चुके हैं कि वह मोबाइल टावरों को नुकसान न पहुंचाए। इसके बाद भी किसान मोबाइल टावरों को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं।
सोमवार को भी किसानों ने जालंधर सहित राज्य के अन्य शहरों में स्थापित जियो के 90 मोबाइल टावरों को निशाना बनाया। सोमवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब पुलिस को टावरों को क्षतिग्रस्त करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
Punjab CM Captain Amarinder Singh directs police to take action against those vandalising mobile towers in the state
(file photo) pic.twitter.com/SeScsAtU1y
— ANI (@ANI) December 28, 2020
#WATCH Villagers of Tibbi Kalan in Punjab's Firozpur vandalise a telecom tower to express their support towards farmers protesting against the three farm bills pic.twitter.com/sCWMYiU0Kq
— ANI (@ANI) December 28, 2020
जानकारी के अनुसार अब तक पंजाब में जियो के 1500 मोबाइल टावरों को किसानों के द्वारा क्षतिग्रस्त किया जा चुका है। इस दौरान आक्रोशित किसानों ने टावर को संचालित करने के लिए तैनात कर्मचारियों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार की भी पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही हैं। बता दें कि पंजाब भर में जियो के 9000 मोबाइल टावर संचालित हो रहे हैं।
टावर एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (टीएआईपीए) के अनुसार टावरों के कनेक्शन बाधित होने से पंजाब के अधिकांश जिलों में 12000 स्क्वायर किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में दूर संचार सेवा बाधित हुई है। किसान लगातार टावरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सोमवार को किसानों ने 1600 मोबाइल टावरों को संचालित करने में उपयोग होने वाली तार को जला दिया।
जालंधर के लम्मा पिंड रोड पर भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों किसानों ने इकट्ठा होकर जियो के चार टावरों की बिजली काट दी। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी लेकिन उन्होंने टावर बंद करवा रहे किसानों को नहीं रोका। इस दौरान किसानों ने केंद्र के खिलाफ नारेबाजी भी की। उन्होंने लम्मा पिंड रोड और आसपास लगे कई टावरों के मालिकों को इन्हें बंद करवाने का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने कंपनियों को चेतावनी दी कि इन्हें दोबारा चालू करवाया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
मोगा के गांव अजीत सिंह में रविवार शाम कुछ किसानों ने जियो के टावर का कनेक्शन काट दिया था। इसके बाद वहां रखा जेनरेटर भी उखाड़ दिया। सूचना मिलते ही थाना सिटी पुलिस मौके पर पहुंची और चार किसानों को हिरासत में ले लिया। हिरासत की भनक लगते ही किसान नेताओं ने थाने का घेराव कर लिया। एक घंटे बाद पुलिस ने चारों को छोड़ दिया।
मोगा के गांव अजीत सिंह में कुछ किसान जियो के टावर पर चढ़ गए और बिजली का कनेक्शन काट दिया। इसके बाद जेनरेटर उखाड़ दिया। इसी दौरान थाना सिटी की पुलिस पहुंच गई और चार किसानों को हिरासत में ले लिया। किसान नेता जानकारी मिलते ही थाना सिटी-1 पहुंच गए। वहां पता चला कि हिरासत में किसानों को सिटी साउथ थाने ले जाया गया है। प्रदर्शनकारी वहां पहुंच गए और नारेबाजी की।
किसानों ने थाना प्रभारी को चेतावनी दी थी है कि यदि एक घंटे के भीतर किसानों को नहीं छोड़ा गया तो थाने के बाहर पक्का मोर्चा लगा दिया जाएगा। किसी भी किसान को पुलिस ने टॉर्चर किया है तो किसान संगठन इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके बाद पुलिस ने चारों को छोड़ दिया।