पंजाब के पटियाला में शिवसेना और खालिस्तानी समूहों के बीच सांप्रदायिक झड़पों के एक दिन बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधा।
ट्विटर पर मालवीय ने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ ‘चुनिंदा कार्रवाई’ के लिए सीएम मान और केजरीवाल पर कटाक्ष किया। भाजपा नेता ने आगे सवाल किया कि क्या मान और केजरीवाल की ‘भयावह राजनीति’ पंजाब को ‘अंधेरे युग’ में वापस धकेल देगी।
ट्विटर पर अमित मालवीय ने लिखा, “पटियाला झड़प में शामिल लोगों के खिलाफ आप की चयनात्मक कार्रवाई पंजाब की शांति और समृद्धि के लिए अच्छी नहीं है। क्या आधे सीएम भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की भयावह राजनीति पंजाब को अंधेरे युग में वापस धकेल देगी?”
AAP’s selective action against those involved in the Patiala clash doesn’t bode well for Punjab’s peace and prosperity. Will half CM Bhagwant Mann and Arvind Kejriwal’s sinister politics push Punjab back to the dark ages?
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 30, 2022
पटियाला हिंसा के आरोपी हरीश सिंगला को 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया
बता दें कि शुक्रवार को काली माता मंदिर के बाहर झड़प तब हुई जब शिवसेना के सदस्यों ने ‘खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च’ शुरू किया। इस बीच, कुछ खालिस्तान समर्थक संगठनों ने शिवसेना के कार्यक्रम के खिलाफ एक और मार्च निकाला। इस दौरान हिंसा भड़क गई और दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने हवा में फायरिंग की।
शिवसेना के अपदस्थ नेता हरीश सिंगला और खालिस्तान समर्थक समूह के सदस्य परवाना के खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाया गया है। अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है- कुलदीप सिंह, दलजीत सिंह और हरीश सिंगला।
इसके कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने हरीश सिंगला को बिना इजाजत जुलूस निकालने और हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। सांगला को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। निहंगों सहित कुछ सिख कार्यकर्ता, जो शुरू में दुख निवारण साहिब गुरुद्वारे में एकत्र हुए थे, मंदिर की ओर बढ़े, उनमें से कुछ ने तलवारें लहराईं। अधिकारियों ने कहा कि उनके जुलूस को भी अधिकारियों से अनुमति नहीं मिली थी।
साथ ही आईजी छिना ने इस बात को लेकर भी राहत जताई कि “शांति समिति के सदस्यों ने हमें आश्वासन दिया है कि शहर में किसी भी जुलूस में ऐसा माहौल नहीं बनेगा।”