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रोहिणी में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में श्रद्धा वालकर की हत्या मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला की पॉलीग्राफी जांच का दूसरा सत्र जारी है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

 

अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को जांच नहीं हो पायी थी क्योंकि 28 वर्षीय पूनावाला को बुखार तथा जुकाम था। एफएसएल, रोहिणी की निदेशक दीपा वर्मा ने कहा, ‘जांच जारी है और अगर जरूरत पड़ी तो आरोपी को शुक्रवार को भी बुलाया जा सकता है।’

वहीं दिल्ली पुलिस के लिए मामला पेचीदा होता जा रहा है। श्रद्धा के कथित हत्यारे आफताब का शातिर दिमाग पुलिस को भ्रमित कर रहा है। पुलिस के लिए अदालत में आफताब को दोषी साबित करना एक बड़ी चुनौती है। करीब 12 दिनों की जांच के बाद भी पुलिस को कोई खास सबूत हाथ नहीं लगा है। अभी तक न तो हत्या में इस्तेमाल किया हथियार मिला है और न ही श्रद्धा की अस्थियां (बोन मैरो) और खोपड़ी मिली है। दो दिनों के पालीग्राफ को छोड़ दिया जाए तो अभी तक पुलिस के पास सबूत के तौर पर केवल आफताब का कबूलनामा ही है, अगर वो अदालत में इससे पलट गया तो उसे दोषी साबित करना बड़ी चुनौती बन जाएगा।

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आंबेडकर अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि पॉलीग्राफी टेस्ट पूरा होने के बाद पूनावाला का मेडिकल परीक्षण किया जाएगा और परिणाम दो दिनों में आने की उम्मीद है। आरोपी की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही उसका नार्को टेस्ट कराया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि पूनावाला का नार्को टेस्ट सोमवार को किए जाने की संभावना है। पॉलीग्राफी जांच में रक्तचाप, नब्ज और सांस की दर जैसी शारीरिक गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाता है और इन आंकड़ों का इस्तेमाल यह पता लगाने में किया जाता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या नहीं। वहीं, नार्कों जांच में व्यक्ति की आत्मचेतना को कम कर दिया जाता है ताकि वह खुलकर बोल पाए।

गौरतलब है कि पूनावाला ने अपनी सह जीवन साथी वालकर (27) की मई में कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी थी तथा उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे और उन्हें करीब तीन सप्ताह तक दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने घर में 300 लीटर के फ्रिज में रखा था और कई दिनों तक उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका था। पूनावाला को उसके भावनात्मक, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य का पता लगाने के लिए कई परीक्षणों से गुजरना होगा। यदि प्रारंभिक जांच में उसे ठीक नहीं पाया जाता है तो नार्को विश्लेषण नहीं किया जा सकता है। पूनावाला की पॉलीग्राफी जांच का पहला सत्र मंगलवार को रोहिणी के एफएसएल में हुआ था। पॉलीग्राफी जांच को ‘लाई डिटेक्टर’ के नाम भी जाना जाता है।

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इस बीच, दिल्ली पुलिस ने पूनावाला के छतरपुर स्थित फ्लैट से पांच चाकू जब्त किए हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। हालांकि पुलिस ने कहा कि शव को काटने के लिए इस्तेमाल की गई आरी अभी बरामद नहीं हुई है। पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि चाकुओं को जांच के लिए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि अपराध में इनका इस्तेमाल किया गया था या नहीं। एक सूत्र ने कहा, ‘अपराध के दौरान इन चाकुओं का इस्तेमाल किया गया था या नहीं, इसका पता फोरेंसिक जांच के बाद ही चलेगा, जिसमें समय लगता है।’

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वहीं श्रद्धा के कॉलेज के दोस्त रजत शुक्ला ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि पूनावाला ने जलती हुई सिगरेट उसे शरीर पर लगाई थी, लेकिन श्रद्धा पुलिस के पास जाने से बचती थी क्योंकि वह पूनावाला को एक और मौका देना चाहती थी। शुक्ला ने कहा निजी समाचार चैनल को बताया कि पूनावाला से रिश्ता कायम होने के बाद श्रद्धा ने खुद को अपने परिवार और अपने सभी दोस्तों से दूर कर लिया था। शुक्ला ने कहा, ‘2021 में, श्रद्धा ने अपनी एक करीबी महिला मित्र को बताया था कि आफताब ने उसकी पीठ पर जलती हुई सिगरेट लगा दी थी। इस बारे में सुनकर हमें बुरा लगा था।’