केंद्र सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में एक बार फिर से आम जनता को सस्ती दवाएं उपलब्ध करवाने की कवायद तेज कर दी है । इसी क्रम में आज केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आवश्यक दवाओं की नई राष्ट्रीय सूची (National List of Essential Medicines) जारी की है।
इस सूची में 384 दवाओं को शामिल किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) ने खुद इस लिस्ट को जारी किया। इस सूची में 34 नई दवाओं को शामिल किया गया है। वहीं केंद्र सरकार ने 26 पुरानी दवाओं को इस सूची से बाहर कर दिया है।
ज्ञात हो कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में वर्ष 2015 में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची जारी की थी। इसके बाद से लगातार स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से समय-समय पर आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में संशोधन बदलाव होते रहते हैं। कोरोना काल के चलते पिछले कुछ समय में इस सूची को लेकर काफी मंथन हुआ। इसके बाद अब इस सूची में से 26 दवाओं को बाहर कर दिया गया है , वहीं 34 नई दवाओं को इस सूची में शामिल किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस सूची को जारी करने के साथ ही कहा – 2015 के बाद अब 2022 में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में बदलाव किया गया है। इस प्रक्रिया में कई चरण शामिल हैं । इस सभी के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाता है। वह बोले – इस सूची को लेकर बनाई गई एक एक्सपर्ट कमेटी ने लंबे मंथन के बाद इस नई सूची को तैयार किया है। इसमें सुरक्षा, उपलब्धता कम कीमत में लोगों तक दवा को मुहैया करवाया जाए, इस पर विशेष बल दिया गया है।
मंत्री मंडाविया ने कहा कि इस सूची को जारी करने के पीछे का मकसद आम लोगों तक सस्ती दवाएं मुहैया करवाना , सुलभ आसान उपलब्ध कराना है। इसी के मद्देनजर हमने जन औषधि में सस्ती मेडिसिन उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाई है ।