देश के सर्वाधिक लोकप्रिय टाइगर रिजर्व में से एक कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के गेट एक बार फिर पर्यटकों के लिए खोल दिए गए हैं।
नेशनल पार्क के खटिया मुक्की सरही के गेट से प्रवेश कर अब पर्यटक जंगल में विचरण कर रहे बाघों का दीदार कर सकेंगे। वहीं, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के गेट खुलते ही बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी और पर्यटक नेशनल पार्क में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने चीतल, बारहसिंगा, बाघ और भालू को जंगल में मस्ती करते हुए देखा।
आमतौर पर बाकी नेशनल पार्क में पर्यटकों को बाघ सहित कई बड़े जंगली जानवरों को देखने के लिए कई दिन इंतजार करना पड़ता है, लेकिन कान्हा टाइगर रिजर्व की खासियत है कि यहां पर्यटकों को आसानी से वन्य प्राणियों को देखने का मौका मिल जाता है। जंगली जानवरों को अपनी मस्ती में मस्त देखकर पर्यटक देख काफी खुश और रोमांचित होते हैं। तीन महीने के लंबे इंतजार के बाद कान्हा के तीनों गेट में से पहले ही दिन खटिया गेट से सुबह 47 गाड़ियों और शाम को 32, तो मुक्की गेट से सुबह 18 और शाम को 15, सरही गेट से सुबह 1 और शाम को 3 गाड़ियाों में सवार होकर पर्यटक जंगल सफारी का लुत्फ लेने के लिए कान्हा नेशनल पार्क के अंदर पहुंचे।
बाघ नहीं दिखाई दिया, लेकिन तेंदुए के हुए दीदार
प्रकृति के अद्भुत सौंदर्य को निहारने के लिए देश के हर कोने से पर्यटन यहां पर आते हैं। इस बार पहले दिन बंगलुरु, केरल और मुंबई से पर्यटक पहुंचे थे। पर्यटकों ने बताया कि कान्हा नेशनल पार्क में आकर हमने प्राकृतिक सौंदर्यता को बहुत करीब से देखा है। हालांकि आज लाख कोशिशों के बावजूद उनको बाघ की एक झलक भी नहीं दिखी। इस दौरान तेंदुआ किसली मैदान में जरूर दिखाई दिया। इस बारे में पर्यटकों का कहना है कि तेंदुआ भी आसानी से नहीं दिखता है, लेकिन यहां आकर इसे हमने देखा और तेंदुए को देखकर हमें बहुत ही ज्यादा खुशी हो रही है। इस दौरान पार्क अधीक्षक ने बताया कि पार्क में प्रवेश से पहले सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। गाइडलाइन के अनुसार, पर्यटक, कर्मचारी, गाइड और वाहन चालकों ने मास्क के साथ पार्क में प्रवेश दिया जा रहा है।
कान्हा में हैं 120 से ज्यादा बाघ
कान्हा नेशनल पार्क में 120 से ज्यादा बाघ हैं। जबकि ह पार्क बाघों के आलावा बारहसिंघा के लिए भी जाना जाता है। वर्तमान में इस पार्क में एक हजार से ज्यादा बारहसिंघा हैं। इसके आलावा यहां आने पर्यटकों को अन्य वन्य प्राणियों के भी आसानी से दीदार होते हैं।