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कोरोना संक्रमण की वजह से दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है। राजधानी में 40 से अधिक सरकारी अस्पताल हैं जिनमें से 17 अस्पतालों में ही दो हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं।

इन अस्पतालों से जानकारी एकत्रित करने के बाद पता चला है कि दिल्ली में अभी 1200 डॉक्टर, 700 नर्स और 400 पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना संक्रमित हुआ है। 2300 स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित होने के बाद अपने अपने घरों में आइसोलेट हैं। अकेले दिल्ली एम्स में ही 430 स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हुए हैं जिनमें 80 से ज्यादा फैकल्टी और रेजिडेंट डॉक्टर शामिल हैं। इनमें से 35 स्वास्थ्य कर्मचारियों में लक्षण मोडरेट होने की वजह से एम्स के न्यू प्राइवेट वार्ड में भर्ती करना पड़ा है।

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य स्तर पर संक्रमित स्वास्थ्य कर्मचारियों का कोई सरकारी आंकड़ा उपलब्ध नहीं है लेकिन विभाग ने यह भी स्वीकार किया है कि सरकारी और प्राइवेट अस्पताल व नर्सिंग होम को मिलाकर बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं। नई दिल्ली स्थित केंद्र सरकार के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में ही 40 फीसदी से अधिक स्टाफ संक्रमित हुआ है। यहां के रेजिडेंट डॉ. विवेक ने बताया कि उनके बैच में ही 20 रेजिडेंट संक्रमित हैं और सभी अस्पताल से बाहर नहीं बल्कि परिसर में ही कोरोना की चपेट में आए हैं।

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इसी तरह डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) में डॉ. मनीष ने बताया कि उनके यहां करीब 35 फीसदी रेजिडेंट और फैकल्टी संक्रमित हुए हैं। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार उनके यहां 165 स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित अब तक हुए। इसी की वजह से अस्पताल प्रबंधन को एसओपी तक जारी करनी पड़ी है। सोमवार को जारी एसओपी में प्रबंधन ने स्पष्ट कहा है कि लक्षण मिलने पर ही स्वास्थ्य कर्मचारी खुद को आइसोलेट करें। अगर किसी के संपर्क में आते हैं तो 14 दिन तक ड्यूटी पर रहें और इस दौरान पीपीई किट व मास्क को पहनकर रखें। पांच दिन तक लक्षणों पर निगरानी करें और जांच कराएं। अस्पताल में स्टाफ की भारी कमी की वजह से यह एसओपी जारी की गई है।

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यहां भी हालात सामान्य नहीं
सफदरजंग अस्पताल में अब तक 200 से भी ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हुए। इनमें 95 डॉक्टर बताए जा रहे हैं। अस्पताल के रेजिडेंट डॉ. मनीष ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि फैकल्टी से लेकर रेजिडेंट, नर्स तक चपेट में हैं। प्रसूति रोग विभाग की तरह कुछ विभागों में काफी कर्मचारी संक्रमित हुए हैं। इनके अलावा लोकनायक अस्पताल में 45, जीटीबी में 85, रोहिणी स्थित अंबेडकर अस्पताल में 92, हिंदूराव मेडिकल कॉलेज में 135, डॉ. हेडगेवार में 40, चाचा नेहरु अस्पताल में करीब 52, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी में 35 स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हैं।

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इतना ही नहीं ईएसआई बसई दारापुर और दिलशाद गार्डन में ही 50 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हैं। यहां 16 डॉक्टर भी इसमें शामिल हैं। इसी तरह दीप चंद बंधु अस्पताल में 22 स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हैं। बुराड़ी अस्पताल में 12 और चार इंदिरा गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भी अब तक संक्रमित मिले हैं। इनके अलावा एम्स के झज्जर स्थित कैंपस में 100 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी बीमार पड़े हैं।