मेरठ, गाजियाबाद से दिल्ली की ओर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi Meerut ExpressWay) से जाने वाले वाहनों को आज से सफर महंगा पड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे (ExpressWay) पर टोल (Toll) शुरू कर दिया गया है।
एक साल से वाहन चालक मुफ्त में सफर कर रहे थे। निजामुद्दीन से मेरठ तक वाहन चालकों को 155 रुपये का टोल देना होगा। यह एक्सप्रेसवे देश का पहला एक्सप्रेसवे है, जहां पर टोल ऑटोमैटिक कैमरों की मदद से वसूला जाएगा।
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोजाना करीब 30000 वाहन गुजरते हैं. यह एक्सप्रेसवे 16 लेन का है। इसमें बीच में छह लेन मेरठ एक्सप्रेसवे की हैं। निजामुद्दीन से मेरठ एक्सप्रसेवे से 45 मिनट में पहुंचा जा सकता है। एक्सप्रसेवे पिछले वर्ष शुरू हो गया था, लेकिन चिपियाना में आरओबी बनने की वजह से यहां पर रास्ता संकरा हो जाता था, इस वजह से अभी तक इसमें टोल नहीं वसूला जा रहा था। अब एक तरफ आरओबी बन चुका है, जिसके बाद सड़क परिवहन मंत्रालय ने टोल वसूलने की स्वीकृति दे दी है। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार ने बताया आज से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर गुजरने वाले प्रत्येक वाहन से टोल वसूला जाएगा।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के अलावा एनएच9 और सर्विस लेन पर टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा। इस संबंध में टोल टैक्स वसूली के लिए अधिकृत कंपनी को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। डासना से निजामुद्दीन तक बनाए गए एनएच 9 और सर्विस लेन को टोल फ्री रहेगा।
रोजाना 30000 हजार वाहन चालकों पर पड़ेगा भार
सराय काले खां से गाजियाबाद और मेरठ तक एक्सप्रेसवे पर रोजाना करीब 30000 वाहनों का आवागमन होता है। अभी तक ये वाहन बिना टोल दिए चल रहे थे, लेकिन अब इन वाहन चालकों को एक्सप्रेसवे पर चलने के लिए टोल चुकाना पड़ेगा।
मेरठ से डासना उतरने पर बूथ पर करना होगा भुगतान
दिल्ली से डासना तक सफर करने पर टोल नहीं देना होगा। दिल्ली से सीधे मेरठ जाने वाले वाहनों को पूरे मार्ग का टोल चुकाना पड़ेगा. वहीं, मेरठ से डासना पर उतरने वाले वाहन चालकों को टोल बूथ पर मैनुअल भुगतान करना होगा, उससे आगे जाने पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) के जरिए टोल कट जाएगा।