इस साल ऐसे 29 लोगों को यह अवॉर्ड दिया जाएगा. प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक मेडल, एक लाख रुपये कैश और सर्टिफिकेट दिया जाता है। ये पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति द्वारा दिए जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी (Block Chain technology) का इस्तेमाल करते हुए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP 2022) के विजेताओं को डिजिटल सर्टिफिकेट देंगे। पीएम मोदी दोपहर 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएमआरबीपी विजेताओं के साथ संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत में रहने वाले बच्चों को मान्यता के रूप में दिया जाता है। भारत सरकार इन पुरस्कार के तहत नवाचार, खेल, कला और संस्कृति, सामाजिक सेवा, स्कूली क्षेत्र और बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण क्षमताओं और उत्कृष्ट उपलब्धियों वाले बच्चों को सम्मानित करती है।
इस साल ऐसे 29 लोगों को यह अवॉर्ड दिया जाएगा। प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक मेडल, एक लाख रुपये कैश और सर्टिफिकेट दिया जाता है। ये पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति द्वारा दिए जाते हैं। पिछले साल के बाल पुरस्कार के विजेता, जिन्हें कोविड -19 महामारी के कारण समारोह को ऑनलाइन मोड में आयोजित करने के बाद सर्टिफिकेट नहीं मिल सका, उन्हें भी इस बार डिजिटल सर्टिफिकेट प्राप्त होगा. बता दें पिछले साल 32 बच्चों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया था।
गुरुवार को सभी सचिवों को भेजी गई आधिकारिक जानकारी में केंद्रीय महिला और बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्रालय के सचिव इंदेवर पांडे ने कहा कि पुरस्कार समारोह इस साल कोविड-19 मामलों को देखते हुए ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री हर साल इन पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत भी करते हैं। वहीं पीएमआरबीपी के विजेता हर साल गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेते हैं।
हालांकि, कोविड-19 की वजह से इस साल दिल्ली में पुरस्कार समारोह का आयोजन नहीं हो सकेगा। 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस और आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में पीएम मोदी पीएमआरबीपी 2022 के विजेताओं के साथ वर्चुअल बातचीत करेंगे. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई भी मौजूद रहेंगे। बच्चे अपने माता-पिता और अपने संबंधित जिले के डीएम के साथ जिला मुख्यालय से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
बता दें ब्लॉकचेन एक उभरती हुई तकनीक है जो विकेंद्रीकरण के सिद्धांत पर काम करती है। इसका प्रभावी अर्थ यह है कि नियंत्रण एक केंद्रीय एजेंसी के हाथों में नहीं है, बल्कि नोड्स के एक वितरित नेटवर्क के हाथों में है। ब्लॉकचैन में जानकारी एक सटीक टाइमस्टैम्प के साथ पूरे सटीक डाटा के साथ दर्ज की जाती है।