प्रताप विहार डंपिंग ग्राउंड में कूड़े के पहाड़ को निस्तारित करने को लेकर एनजीटी में चल रहे केस में अगले महीने सुनवाई होने जा रही है। केस पर सुनवाई से पहले एनजीटी कमीशन ने बुधवार को गाजियाबाद में कई जगह निरीक्षण किया।
एनजीटी की चार सदस्य टीम ने डूंडाहेड़ा, प्रताप विहार, मोरटा आदि स्थानों का निरीक्षण किया। शहर में दो जगह डंपिंग ग्राउंड बने थे। इनमें इंदिरापुरम और प्रताप विहार शामिल है। दोनों ही डंपिंग ग्राउंड में कूड़े के पहाड़ को लेकर काफी समय से एक वाद अदालत में चल रहा है। यह केस एनजीटी में सबसे पहले इंदिरापुरम के एक स्वयं सेवी संगठन के सदस्यों की ओर से किया गया था। बाद में इसी तरह का केस प्रताप विहार डंपिंग ग्राउंड को लेकर भी दायर किया गया था। इंदिरापुरम डंपिंग ग्राउंड के कूड़े का निस्तारण पूरा कर दिया गया है। मगर अभी प्रताप विहार में कूड़े के ढेर का निस्तारण नहीं हो सका है। इसकी प्रक्रिया चल रही है।
इस प्रक्रिया को पूरा होने में अभी दो से तीन महीने का समय लगेगा। इस प्रकरण को लेकर अब एनजीटी में अगले महीने सुनवाई होने जा रही है। इससे पहले ही एनजीटी ने गाजियाबाद सिटी में निरीक्षण के लिए पहले से ही गठित कमशीन के सदस्यों को निरीक्षण पर भेजा है। यह निरीक्षण आज शहर में सुबह से लेकर दोपहर तक चला। इस दौरान एनजीटी कमीशन ने इंदिरापुरम, प्रताप विहार, डूंडाहेड़ा, मोरटा आदि कई इलाके में कूड़े की स्थिति को देखा। इस मामले में अब एनजीटी में सुनवाई अगले महीने होने जा रही है।