English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-04-20 095150

भाजपा की राजस्थान इकाई के नेता गुलाब चंद कटारिया ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि राक्षस राजा रावण ने देवी सीता का हरण करके कुछ भी गलत नहीं किया, क्योंकि रावण से सीता को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।

 

राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया के हाल में चित्तौड़गढ़ में एक कार्यक्रम में दिए बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिस पर भाजपा के पूर्व नेता रणधीर सिंह भिंडर और राजस्थान के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

Also read:  केंद्र सरकार सभी लोगों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन प्रदान करेगी, केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी

वीडियो में कटारिया को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, ”रावण ने कोई बहुत बड़ा पाप तो किया नहीं जो सीता को ले गया लेकिन उसने सीता को कलंकित नहीं किया… विचार करो, रावण ले जरूर गया लेकिन मनुहार करता ही रह गया… जब तक उसे स्वीकृति नहीं दी, उसको छूआ तक नहीं।”

कटारिया ने कहा, ”इंसान में जो कमियां है, इन कमियों को जलाओ… जो अपने में दुर्गुण है उनको जलाओ और उनको जलाकर के अच्छा आदमी बनने की कोशिश करो तो ही वास्तव में रावण सही जलेगा।”

Also read:  एनसीबी (Mumbai NCB) के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को सोशल मीडिया पर मिली जान से मारने की धमकी

उदयपुर से भाजपा के पूर्व नेता रणधीर सिंह भिंडर ने कहा कि यह ओछी मानसिकता को दर्शाता है। भिंडर ने मंगलवार को कहा, ”ऐसे व्यक्ति का सार्वजनिक बहिष्कार होना चाहिए।” अपने दिये गये बयान के कारण कटारिया कांग्रेस के निशाने पर आ गये हैं। राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कटारिया को ”रावण भक्त” कहा।

Also read:  ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच ने ने वनडे क्रिकेट से लिया संन्यास, रविवार को केर्न्स में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना 146वां और अंतिम वनडे इंटरनेशनल मैच खेलेंगे

खाचरियावास ने कहा, ”कटारिया के बयान से यह पुष्टि होती है कि वह और भाजपा रावण के अनुयायी हैं, राम के नहीं।” उन्होंने कहा, ”नेता प्रतिपक्ष ने पहले महाराणा प्रताप को लेकर विवादित बयान दिये थे और अब वह भगवान राम की पत्नी सीता माता को लेकर इस तरह के बयान दे रहें हैं। भाजपा भगवान राम का इस्तेमाल सिर्फ वोट और सत्ता में आने के लिये करती है।” खाचरियावास ने कहा कि माता सीता स्वयं एक देवी थीं।