कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को शिवसेना ने अपना समर्थन दिया है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक लेख के जरिए इस यात्रा का समर्थन किया गया है।
सामना में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस आज भी डर लगता है। यही नहीं शिवसेना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद पर भी तीखा हमला किया है। दोनों को एक सिक्के का दो पहलू बताया है। बता दें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की आज से शुरुआत हो रही है, इस यात्रा में कांग्रेस 3570 किलोमीटर की दूरी 150 दिन में तय करेगी।
सामना के लेख में लिखा गया है कि जबसे कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा का ऐलान किया है उसके बाद से ही भाजपा इसकी आलोचना कर रही है। इसकी स्पष्ट अर्थ है कि भाजपा को कांग्रेस से आज भी डर लगता है। अगर यह सच नहीं होता तो हताश निराश कांग्रेस की इस यात्रा में भाजपा दखल नहीं देती। कांग्रेस की इस यात्रा को देश के लोग पसंद कर रहे हैं, यह उनके मन को छू रही है। पार्टी ने मिले कदम जुड़े वतन का नारा दिया है। ऐसे में इसपर टिप्पणी करना और खिल्ली करने का क्या मतलब है।
यात्रा की तारीफ करते हुए लिखा गया है कि कांग्रेस अगर फिर से खड़ी हो गई तो भाजपा के लिए दिक्कत खड़ी हो जाएगी। अगर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी लोगों का समर्थन पाने में सफल होते हैं तो क्या होगा, इस डर से भाजपा घिरी हुई है। यही वजह है कि भाजपा इस यात्रा को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणी कर रही है। देश की सबसे बड़ी पार्टी को यह सब शोभा नहीं देता है। अगर कांग्रेस या किसी भी दल ने देश को जोड़ने का कोई कार्यक्रम शुरू किया है तो इसपर इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। इसे होने देना चाहिए।
लेख में कांग्रेस की जमकर तारीफ की गई है। इसमे कहा गया है आज भी दिल्ली में इस तरह के कार्यक्रम करने का अगर नैतिक बल है तो वह कांग्रेस में है। कांग्रेस भले ही कमजोर हो गई है लेकिन फिर भी वह देश की सबसे पुरानी पार्टी है। इस पार्टी को स्वतंत्रता संग्राम की विरासत प्राप्त है। लेकिन भाजपा की कोई भी विरासत नहीं है, अगर है तो कोई बताए। कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया यह सवाल पूछने वालों को अपनी एक बार जांच करनी चाहिए।