मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुराने सहयोगी और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने उनके खिलाफ जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नीतीश के मंत्री अनाप शनाप बयानबाजी कर समाज को तोड़ने के बात कह रहे हैं। इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने चुप्पी साध रखी है।
रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान को लेकर आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार सबसे पहले अपने मंत्रियों को बुलाकार संविधान, सनातन धर्म, परंपरा इन सब चीजों की जानकारी दें।
पटना में आज कर्पूरी ठाकुर की जयंती के मौके पर आयोजित सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे आरसीपी सिंह ने का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा जब मीडियाकर्मियों ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान के बारे में सवाल किया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के मंत्री बेतुके बयान दे रहे हैं। उनको न तो सनातन धर्म की जानकारी है और ना ही पुरानी परंपरा की कोई समझ है।
रामचरितमानस पर टिप्पणी कर शिक्षा मंत्री खुद हंसी के पात्र बन गए हैं। उन्होनें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुझे दरकिनार करने वाला आज तक कोई पैदा नहीं हुआ। नीतीश कुमार किसी का उपयोग कर उससे अपना रास्ता अलग करने में नंबर वन पोजीशन पर है। आरसीपी ने कहा की जब उपेंद्र कुशवाहा जदयू में शामिल हुए थे। तब रोज मॉर्निंग के दौरान घर जाकर चाय पर चर्चा होती थी। उपेंद्र कुशवाहा और नालंदा जिले के मंत्री ने हमारा इस्तीफा मांगा था। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या बयान दे रहे हैं। यह तो नीतीश कुमार उनका समर्थक ही जानता हैं।
उन्होंने कहा की जदयू के सभी बड़े नेता अपने ही बुने हुए जाल में फंसते हुए नजर आ रहे हैं। जिससे वे आसानी से नहीं निकल सकते। बिहार की जनता सब कुछ देख रही है। आज के दौर में नीतीश कुमार को कोई क्यों कमजोर करेगा? नीतीश कुमार में खुद ही अब वह ताकत नहीं बची है। नीतीश कुमार पूरी तरह से फेल कर चुके हैं। अब तो नीतीश कुमार को जो श्रेय मिलता भी था, उससे भी श्रेयहीन हो गए हैं। वह तो खुद ही पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। राजद और जदयू के बीच बढ़ती तल्खी पर आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में 7 पार्टियों का महागठबंधन पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। अब सिर्फ घोषणा बाकी है।