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पी चुनाव के लिए चंद्रशेखर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से दो बार मिले थे। दोनों के बीच गठबंधन पर बात हुई थी। लेकिन बाद में बात नहीं बनी। चंद्रशेखर ने आरोप लगाया था कि अखिलेश को दलित वोट चाहिए लेकिन दलित नेता नहीं चाहिए।

 

आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद गोरखपुर सदर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले खबरें आ रही थी कि समाजवादी पार्टी और आजाद समाज पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बात चल रही है। लेकिन गठबंधन वार्ता विफल होने के बाद चंद्रशेखर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया था कि वो दो दिन और इंतजार करेंगे। इसके बाद वो कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। इसी क्रम में आज आजाद समाज पार्टी ने चंद्रशेखर आजाद को अपना गोरखपुर सदर से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।

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चंद्रशेखर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ये खबरें भी आईं थी कि ओमप्रकाश राजभर समाजवादी पार्टी और आजाद समाज पार्टी के बीच बात बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अब साफ है कि आजाद समाज पार्टी किसी गठबंधन को लेकर नहीं सोच रही है और अकेले की चुनाव में जाने का फैसला कर लिया है। अब देखना ये होगा की आजाद पार्टी कितनी सीटोंं पर चुनाव लड़ती है।

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चंद्रशेखर के सामने बड़ी चुनौती

 

चंद्रशेखर आजाद ने अब सीएम योगी के सामने ताल ठोकने का फैसला लिया है। अब गोरखपुर सदर सीट से मुकाबला देखने लायक होगा. ये चंद्रशेखर के सामने एक बड़ी चुनौती है। वहीं समाजवादी पार्टी से गठबंधन की बात टूटने के बाद चंद्रशेखर ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। यूपी चुनाव के लिए चंद्रशेखर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से दो बार मिले थे। दोनों के बीच गठबंधन पर बात हुई थी। लेकिन बाद में बात नहीं बनी। चंद्रशेखर ने आरोप लगाया था कि अखिलेश को दलित वोट चाहिए लेकिन दलित नेता नहीं चाहिए। वहीं अखिलेश ने कहा था कि गठबंधन में भीम आर्मी को दो सीटें दी जा रही थीं, इसपर चंद्रेशेखर राजी भी हो गए थे, लेकिन फिर उनके (चंद्रशेखर) पास किसी किसी का फोन आया, जिसके बाद वह पलट गए। अखिलेश ने इसे साजिश बताया था।

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