सत्यपाल मलिक ने जब से मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है, तब से उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सीबीआई ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस से जुड़े कथित बीमा घोटाले में जांच तेज कर दी है। इसके तहत सीबीआई की टीम शुक्रवार को उनके घर पहुंची।
साल 2018 में मलिक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। वहां पर सरकार नहीं थी, ऐसे में शासन का सारा कामकाज उन्हीं के जिम्मे था। उस वक्त राज्य में 3.5 लाख कर्मचारियों को बीमा कवर देने के लिए एक योजना चल रही थी, लेकिन मलिक ने उसे रद्द कर दिया।
मलिक का दावा था कि राज्य के कर्मचारियों को ये योजना पसंद नहीं आ रही। उसमें उनको धोखाधड़ी का भी शक है। इसके बाद उन्होंने दावा किया कि दो फाइलों की मंजूरी के लिए उनको 300 करोड़ रुपये के घूस की पेशकश की गई थी।
हाल ही में सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने पुलवामा हमले के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ये हमला सिस्टम की अक्षमता और लापरवाही का नतीजा था। उस वक्त सीआरपीएफ ने जवानों को ले जाने के लिए विमान मांगा था, लेकिन गृह मंत्रालय ने मना कर दिया। उन्होंने खुफिया एजेंसियों को भी इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
राम माधव पर कही थी ये बात