English മലയാളം

Blog

Screenshot 2022-09-19 160450

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव से पहले सोमवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। बहरहाल, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनकी मुलाकात किस परिप्रेक्ष्य में हुई है।

 

लोकसभा सदस्य थरूर ने सोनिया गांधी से मुलाकात ऐसे समय की है जब हाल ही में उन्होंने ऐसे संकेत दिए हैं कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्तूबर है।

Also read:  SC Demonetization पर सुनवाई के दौरान केंद्र से क्षुब्ध, संविधान पीठ ने कहा कि ये शर्मनाक स्थिति

एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्तूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे। उधर, कांग्रेस महासचिव और झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की। माना जा रहा है कि उन्होंने झारखंड के राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सूचित किया। कुछ हफ्ते पहले, झारखंड के तीन कांग्रेस विधायक पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर पैसे के साथ पकड़े गए थे।

Also read:  संयुक्त अरब अमीरात में गर्मियों का अंत: 24 अगस्त को सुहैल स्टार देखे जाने के बाद क्या होगा?

और ये भी पढ़े

  • बंगाल शिक्षक भर्ती ‘घोटाले’ में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीब 48 करोड़ रुपए की संपत्तियां कुर्क
  • PM मोदी 11 अक्तूबर को जाएंगे उज्जैन, महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर का करेंगे लोकार्पण
  • ‘झूठ की शिरोमणि’ स्मृति ईरानी, राहुल गांधी के बारे में झूठ फैलाने के लिए माफी मांगे: कांग्रेस

कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा का आरोप है कि झारखंड सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि इससे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने उस ऑनलाइन याचिका की पैरवी की जिसमें ‘पार्टी के युवा सदस्यों ने सुधारों की मांग की और कहा है कि अध्यक्ष पद के हर उम्मीदवार को यह संकल्प लेना चाहिए कि निर्वाचित होने पर वह ‘उदयपुर नवसंकल्प’ को पूरी तरह लागू करेगा। थरूर ने ट्विटर पर यह याचिका शेयर की और कहा कि अब तक इस पर 650 से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं।

Also read:  अयोध्या, मथुरा, सारनाथ, गोरखपुर और मगहर जैसे उत्तर प्रदेश के पवित्र धार्मिक स्थलों को भारत की आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र बिंदु- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू