English മലയാളം

Blog

पटना: 

बिहार विधान सभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू (JDU) और सहयोगी बीजेपी (BJP) के बीच सैद्धांतिक तौर पर सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है. एनडीटीवी को सूत्रों ने बताया कि जल्द ही इसका ऐलान किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी और जेडीयू में 50-50 पर बात बनी है. कहा जा रहा है कि 243 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए नीतीश कुमार की पार्टी 122 सीटों पर जबकि बीजेपी 121 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. जेडीयू अपने खाते से जीतनराम मांझी की हम को सीटें देगी, जबकि बीजेपी अपने कोटे से लोजपा को टिकट देगी.

बीजेपी की चुनाव समिति की बैठक आज होनी है. माना जा रहा है कि उसके बाद सीट बंटवारे का एलान कर दिया जाएगा.  हालांकि, चिराग पासवान एनडीए में रहते हैं या नहीं, इस पर भी आखिरी फैसला होना बाकी है. उधर, विपक्षी महागठबंधन ने एक दिन पहले ही सीट बंटवारे का एलान कर दिया है.

Also read:  NASA ने अंतरिक्ष से दिखाई बर्फ से ढकी हिमायल चोटी, ऐसे चमचमाती दिखी दिल्ली

इससे पहले भाजपा के शीर्ष नेताओं ने चिराग पासवान के साथ बैठक कर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे के मामले को सुलझाने का प्रयास किया था. लोजपा सूत्रों के मुताबिक पासवान ने इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और राजग के प्रमुख घटक दल जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश को लेकर पार्टी की शिकायतों से अवगत कराया. इस दौरान उन्होंने 143 सीटों पर चुनाव लड़ने के पार्टी के अंदरूनी दबाव के बारे में भी भाजपा नेताओं को बताया.

बता दें कि पहले चरण के तहत राज्य की 243 में से 71 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया गुरुवार को आरंभ हो गई है, जो आठ अक्टूबर तक चलेगी. लोजपा ने संकेत दिए हैं कि यदि सीटों का ‘‘सम्मानजनक” बंटवारा नहीं हुआ तो वह राज्य की 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है. वर्ष 2015 के चुनाव में लोजपा 42 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे महज दो ही सीटों पर जीत मिल सकी थी. उस चुनाव में जद(यू) महागठबंधन का हिस्सा था. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के साथ मिलकर उसने राजग को पटखनी दी थी.

Also read:  भारत-चीन तनातनी के बीच पूर्वी लद्दाख पहुंचे आर्मी चीफ, LAC से सटे रिचिन ला का किया मुआयना

इस बीच बिहार में एनडीए में टूट करीब करीब तय मानी जा रही है. बीजेपी लोजपा को केवल 15 सीटें देना चाहती है जबकि लोजपा 42 सीटें मांग रही है. जेडीयू कह चुकी है कि उसका लोजपा से गठबंधन नहीं, बीजेपी अपने हिस्से से लोजपा को सीट दे सकती है. उधर जेडीयू और बीजेपी के बीच भी खटपट जारी है. जेडीयू बीजेपी से ज्यादा सीटों पर लड़ना चाहती है. दोनों दलों में अभी तक सहमति नहीं बन सकी है.

Also read:  हम नहीं चाहते कि तनाव और बढ़े, लद्दाख में भारत-चीन गतिरोध पर अमेरिका की नजर

माना जा रहा है कि गठबंधन टूटने पर लोजपा बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी. लोजपा-बीजेपी के गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में उतरने की पार्टी की योजना है. लोजपा मोदी, रामविलास और चिराग के नाम पर चुनाव लड़ेगी. साथ ही पार्टी जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी . इस चलते जेडीयू बीजेपी के बीच इसे लेकर विवाद हो सकता है.