English മലയാളം

Blog

Screenshot 2023-02-09 074725

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राज्यसभा में बोलेंगे। पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देंगे। संसद में फिलहाल उद्योगपति गौतम अडाणी का मुद्दा गर्माया हुआ है।

 

विपक्ष और खासतौर पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर सीधा हमला बोला है। पीएम मोदी का संबोधन इसी के ईद गिर्द रहने का अनुमान है। इससे पहले बुधवार को पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया। पीएम मोदी ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन विपक्ष पर करारे प्रहार किए। उन्होंने एक-एक कर गिनाया कि यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में क्या-क्या हुआ और इसके बाद मोदी सरकार में क्या-क्या काम हुए।

Also read:  Coronavirus India: कोरोना पर राहत भरी खबर, छह महीने बाद नए मामलों की संख्या 20 हजार से कम

अडाणी या अंबानी के साथ हमारी व्यक्तिगत समस्या नहीं : अधीर रंजन

विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब से संतुष्ट नहीं है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उद्योगपति गौतम अडाणी से जुड़ा मुद्दा उठाकर राहुल गांधी ने सही जगह निशाना लगाया है, लेकिन साथ ही जोर देकर कहा कि पार्टी की अडाणी या अंबानी से कोई व्यक्तिगत समस्या नहीं है। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अधीर रंजन ने कहा, हम चाहते हैं कि देश तरक्की करे और ज्यादा से ज्यादा उद्योगपति हों।

Also read:  सुशांत सिंह राजपूत केस में CBI 145 दिन बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का तीर सही निशाने पर लगा है। साथ ही दावा किया कि भाजपा ने उन्हें पप्पू के रूप में पेश करने की काफी कोशिश की, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी ही वैसी दिखाई दे रही है, क्योंकि उनके भाषण के बाद जवाब देने के लिए उसे अपने बड़े नेता उतारने पड़े। इस बात पर भाजपा सदस्यों के ठहाकों के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने तंज कसते हुए कहा, आप माननीय सांसद (राहुल गांधी) को पप्पू नहीं कह सकते। अधीर रंजन ने कहा कि राहुल गांधी ने जो मुद्दा उठाया है, उस पर पूरे देश में चर्चा हो रही है।

Also read:  क्रिस्टियानो रोनाल्डो का राजसी सऊदी उत्सव: अरदाह नृत्य के माध्यम से संस्कृतियों को जोड़ना

साथ ही कहा कि अतीत में कोई भी सत्तारूढ़ दल एक उद्योगपति के बचाव में सामने नहीं आया। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि भाजपा बार-बार इस बात का उल्लेख करती है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आदिवासी समुदाय से हैं और उसने इसे चुनावी मुद्दा बनाया। पार्टी ने राजनीतिक फायदे के लिए मुर्मु को राष्ट्रपति बनाया गया है।