इंदौर ने आपके अभिनंदन में पलक-पाँवड़े बिछाए हैं। मैं एक बार फिर आप सबका हृदय से स्वागत करता हूँ- शिवराज सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते कहा, आज मालवी भोजन की व्यवस्था है, भोजन में हमारा प्यार भी मिला हुआ है। आज सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। उज्जैन में महाकाल महालोक बना, ओंकारेश्वर में हम एकात्म धाम बनाने जा रहे हैं। इसी के बारे में आपको बताया जाएगा।
मैं बताना चाहता हूँ कि आदिगुरु शंकराचार्य ने भारत को सांस्कृतिक रूप से एक रखा। उन्हें ओंकारेश्वर में गुरु मिले।
भारत ये मानता है कि एक ही चेतना सभी में विराजमान है। हर एक आत्मा परमात्मा का अंश है। आदिगुरु शंकराचार्य ने कहा कि हम सब एक हैं तो दूसरा कोई नहीं है।
इस विचार को आदिगुरु शंकराचार्य ने अद्वैत वेदान्त के माध्यम से रखा। जब कोई भेद ही नहीं है, तो फिर किस बात का लड़ाई झगड़ा।
एकात्म मानवदर्शन को नरेंद्र मोदी जी भारत में उतार रहे हैं।मैं हमारे मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री श्री एस जयशंकर का अभिनंदन करता हूँ और आपका एक बार फिर स्वागत करता हूँ।