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लखीमपुर खीरी में किसानों (Lakhimpur Kheri Violence) की हत्या के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र के पिता और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी  (MoS Home Ajai Misra Teni) को ब्लैकमेल (Blackmailing Case) करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के मुताबिक केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के स्टाफ से शिकायत मिली थी कि उन्हें पैसे के लिए फोन आए थे। मामले को लेकर नई दिल्ली में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसके बाद नोएडा से 4 और दिल्ली से 1 आरोपी समेत कुल 5 लोगों को रंगदारी के लिए कॉल (Extortion Calls) करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

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मंत्री अजय मिश्र के खिलाफ FIR दर्ज करने वाली याचिका खारिज

हाल ही में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली थी. उनके खिलाफ हत्या की FIR दर्ज करने की मांग वाली याचिका सीजेएम कोर्ट से खारिज की गई. कोर्ट ने कहा क‍ि पत्रकार रमन कश्यप की हत्या के मामले में पहले से ही मुकदमा दर्ज है और उसकी विवेचना जारी है. ऐसे में अन्य किसी प्राथमिकी का औचित्य नहीं बनता है. एक जनहित याचिका दाखिल कर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई थी.

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किसानों को घमकी देने का आरोप

याचिका में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्या के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया था कि अजय मिश्र टेनी ने लखीमपुर खीरी घटना के 4 दिन पहले ही किसानों को घमकी दी थी। याचिका में ये भी कहा गया था कि लखीमपुर खीरी की घटना को एक सोची समझी साज़िश के तहत अंजाम दिया गया।

दरअसल, 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में चार किसानों को एक एसयूवी कार द्वारा कथित तौर पर कुचल दिया गया था, जब वे एक कार्यक्रम में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे थे।  कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी मौजूद थे। किसानों का आरोप है कि एसयूवी अजय मिश्रा टेनी की थी और उसमें उनका बेटा आशीष मिश्रा था। आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की जा रही हैं क्योंकि वह भी इस मामले में आरोपी हैं।