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कोनराड संगमा (Conrad Kongkal Sangma) मेघालय के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं. हाल में हुए विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें और उनके समर्थकों को जीत की पूरी उम्मीद है।आज हो रही मतणगना का तमाम राजनीतिक पार्टियों को बड़ी बेसब्री से इंतजार है।

 

जैसे-जैसे चुनाव परिणाम आएंगे, वैसे-वैसे स्पष्ट होता जाएगा कि इस बार राज्य की कमान किसके हाथों में होगी। नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) नेता कोनराड संगमा को सबसे बड़ी चुनौती ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा से मिली है।

कोमराड संगमा का जन्म 27 जनवरी 1978 को हुआ था. वह राज्य के 12वें और मौजूदा मुख्यमंत्री हैं। साल 2016 में उन्हें, उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा की मृत्यु के बाद NPP की अध्यक्षता मिली। साल 2008 में वह राज्य के सबसे युवा वित्त मंत्री बने। इससे पहले वह नेशनलिस्ट यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

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कोनराड संगमा ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 1990 के दशक के अंतिम दिनों में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। उस समय उन्होंने राज्य में NCP नेता और अपने पिता पी.ए. संगमा के लिए प्रचार अभियान की कमान संभाली थी। साल 2004 में उन्होंने अपनी चुनावी पारी की शुरुआत की और यहां वर सिर्फ 182 वोटों से पहला चुनाव हार गए। पहली बार वह साल 2008 में NCP नेता के तौर पर चुनाव जीते।

कितने पढ़े-लिखे हैं कोनराड संगमा

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बीबीए (एंटरप्रेनेरियल मैनेजमेंट) है। इसके अलावा उन्होंने पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी और इंपीरियल कॉलेज यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से एमबीए फाइनांस की डिग्री ली है। 6 मार्च 2018 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले कोनराड संगमा को पूरी उम्मीद है कि एक बार फिर से उनकी पार्टी को बड़ी जीत मिलेगी और वह फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान होंगे।

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कोनराड संगमा का पॉलिटिक करियर

कोनराड संगमा एक सोशल वर्कर और बिजनेस मैन हैं। बात करें उनके सामाजिक और राजनीतिक करियर की तो इसकी शुरुआत 2008 से होती है। साल 2008 में उन्हें मेघालय विधानसभा चुनाव में पहली बार जीत मिली और साल 2013 तक वह विधायक रहे। इस दौरान उन्होंने 2008-09 के एक कैबिनेट मंत्री के तौर पर काम किया। उन्हें फाइनेंस, बिजली और पर्यटन मंत्री की जिम्मेदारी मिली।

साल 2009-13 तक वह मेघालय विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे और फिर साल 2016 में हुए उपचुनाव में वह लोकसभा के लिए चुने गए। 19 मई 2016 को वह 16 लोकसभा का सदस्य बने। 1 सितंबर 2016 को उन्हें ऊर्जा क्षेत्र को लेकर बनी स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य बने। मार्च 2018 में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और 27 अगस्त 2018 को साउथ तुरा (ST) LAC के उपचुनाव में कोनराड संगमा ने जीत दर्ज की और मुख्यमंत्री पद पर बने रहे।

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कोनराड संगमा के इंटरेस्ट

कोनराज संगमा को म्यूजिक का बड़ा शौक है. उनके पास गिटार, पिआनो जैसे कई म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट हैं. उन्होंने उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में कई म्यूजिकल ईवेंट्स का भी आयोजन करवाया है। कोनराड संगमा एक फाउंडेशन भी चलाते हैं, जिसके मेघालय के ग्रामीण इलाकों में 4 कॉलेज भी हैं। इस फाउंडेशन ने पर्यावरण से जुड़े कई मुद्दों पर यहां कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की हैं।