Steel man of India जमशेद जे ईरानी का सोमवार देर रात झारखंड के जमशेदपुर में टाटा मेन अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे।
टाटा स्टील के पूर्व एमडी जमशेद जे ईरानी, को “भारत के स्टील मैन” के रूप में जाना जाता था।
उनके परिवार में पत्नी डेज़ी और तीन बच्चे हैं। Steel man of India जमशेद जे ईरानी को देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।
2011 में टाटा से रिटायर हुए Steel man of India
टाटा स्टील ने ट्वीट किया, “भारत के स्टील मैन के नाम से मशहूर पद्म भूषण डॉ. जमशेद जे ईरानी के निधन पर हमें गहरा दुख हुआ है। टाटा स्टील परिवार उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है।” बता दें कि 83 वर्षीय ईरानी जून 2011 में टाटा स्टील के बोर्ड से सेवानिवृत्त हुए थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने जताया शोक
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट कर जमशेद जे ईरानी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “टाटा स्टील के पूर्व एमडी डॉ जे जे ईरानी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ, मेरा उनके साथ घनिष्ठ संबंध रहा है। उन्हें हमेशा एक सक्षम प्रशासक और लीडर के रूप में याद किया जाएगा, ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति समेत परिवार के सदस्यों को साहस और शांति दें।
We are deeply saddened at the demise of Padma Bhushan Dr. Jamshed J Irani, fondly known as the Steel Man of India. Tata Steel family offers its deepest condolences to his family and loved ones. pic.twitter.com/gGIg9JgGMS
— Tata Steel (@TataSteelLtd) October 31, 2022
59 साल पहले शुरू हुआ करियर
ईरानी ने चार दशकों से अधिक समय तक भारतीय उद्योग, इस्पात व्यवसाय और टाटा में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने 1963 में ब्रिटिश आयरन एंड स्टील रिसर्च एसोसिएशन, शेफील्ड में एक वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया।
टाटा स्टील में निदेशक के सहायक से करियर की शुरुआत
आज से 54 साल पहले 1968 में भारत लौटने पर, जमशेद जे ईरानी टाटा स्टील में बतौर सहायक शामिल हुए। टाटा स्टील में निदेशक (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) के साथ सहायक के रूप में करियर शुरू करने वाले जमशेद 1979 में महाप्रबंधक बने। उन्हें 1985 में अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 1992 में प्रबंध निदेशक बने जमशेद जे ईरानी टाटा स्टील में करीब 9 साल तक (जुलाई 2001) इसी पद पर बने रहे।
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि
नागपुर विश्वविद्यालय से भूविज्ञान में मास्टर्स (M.Sc) की डिग्री लेने वाले जमशेद ईरानी को ब्रिटेन की शेफील्ड यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि से भी सम्मानित किया।