नक़ल मुक्त परीक्षा के लिए Yogi सरकार ने कसी कमर, लेगी NSA का सहाराउत्तर प्रदेश में गुरुवार (16 फरवरी) से कक्षा 10 और 12 की यूपी बोर्ड 2023 की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। इसके साथ ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नकलमुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं।
योगी ने साफ तौर पर कहा है कि जो भी नकल करते या कराते पाया जाएगा उन लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाने सहित सख्त कार्रवाई की जाए। सरकार की प्राथमिकता नकल मुक्त और पारदर्शी परीक्षा कराना है और इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दरअसल पिछले साल 24 जिलों में 12वीं कक्षा का अंग्रेजी भाषा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद बोर्ड को बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा, धोखाधड़ी की गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले कक्ष निरीक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। बोर्ड परीक्षा की प्रक्रिया से जुडे एक विभागीय अफसर ने कहा, ”उन्हें परीक्षा समाप्त होने के बाद जिला मजिस्ट्रेट के साथ-साथ स्कूलों के जिला निरीक्षक को रिपोर्ट करने की आवश्यकता होगी ताकि दैनिक गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। दूसरी ओर, पहली बार परीक्षा की निगरानी के लिए प्राचार्य के कमरे के अलावा एक अलग कमरा बनाया जाएगा।
”कॉपियों की होगी चौबीस घंटे निगरानी
इसके अलावा, कॉपियों को एक डबल लॉक अलमारी में रखा जाएगा और चौबीसों घंटे इसकी निगरानी के लिए एक सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। सभी जिलों में कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति के बाद उन्हें परीक्षा से पहले कड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी। जिले में सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक व बाह्य केंद्र व्यवस्थापकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. वहीं परीक्षा में बाधा डालने और व्यवस्था को प्रभावित करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी और उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी।
प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम
योगी ने निर्देश दिया है कि प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए अलग से स्ट्रांग रूम बनाया जाए, जिसमें सीसीटीवी से निगरानी रखने वाले दो सशस्त्र पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात रहें। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर वॉयस से लैस सीसीटीवी, डिजिटल वॉयस रिकॉर्डर, राउटर डिवाइस और हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगाने का भी आह्वान किया है। साथ ही प्रश्नपत्र खोलते समय प्रत्येक केंद्र पर केंद्र व्यवस्थापक, बाहरी केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। इस दौरान अनुपस्थित रहने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसे में प्रश्न पत्र खोलते समय जिलाधिकारी या अपर जिलाधिकारी की अनुमति आवश्यक होगी।
इस बार कुल 58,85,745 छात्र-छात्राएं परीक्षा में होंगे शामिल
इस वर्ष, कुल 58,85,745 छात्रों, जिनमें कक्षा 10 के लिए 31,16,487 और कक्षा 12 के लिए 27,69,258 शामिल हैं, ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए पंजीकरण कराया है। कुल छात्रों में 32,46,780 पुरुष और 26,38,965 महिला अभ्यर्थियों की संख्या है। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा कि ये उम्मीदवार राज्य भर में फैले 540 सरकारी, 3,523 निजी और 4,690 गैर-सहायता प्राप्त कॉलेजों सहित 8,753 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देंगे।
संवेदनशील-अतिसंवेदनशील केंद्रों पर रहेगी खास एसटीएफ की नजर
इस बीच, कुल 936 परीक्षा केंद्रों की पहचान संवेदनशील के रूप में की गई है जबकि अन्य 242 केंद्रों को बोर्ड द्वारा अति संवेदनशील घोषित किया गया है। परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण व पर्यवेक्षण के लिए सभी जिलों में 1390 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 455 जोनल मजिस्ट्रेट, 521 मोबाइल टीम और 75 राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। .बलिया, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, देवरिया, गोंडा, मथुरा, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, बागपत, हरदोई, प्रयागराज और कौशांबी सहित कुल 16 जिलों को संवेदनशील जिले के रूप में चिन्हित किया गया है।