मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने सुशील चंद्रा का स्थान लिया राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति का चुनाव कराने की होगी पहली जिम्मेदारी
पूर्व वित्त सचिव राजीव कुमार ने रविवार को देश के 25वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) के रूप में प्रभार संभाल लिया।
वे एक सितंबर, 2020 से निर्वाचन आयुक्त के तौर पर चुनाव आयोग से जुड़े हुए थे और बृहस्पतिवार को उन्हें सीईसी नियुक्त करने की घोषणा की गई थी। उन्होंने सुशील चंद्रा का स्थान लिया है जो शनिवार शाम को सेवानिवृत्त हो गए।
Rajiv Kumar assumes charge as the 25th Chief Election Commissioner of India at Nirvachan Sadan in Delhi pic.twitter.com/jqf7CzuAYV
— ANI (@ANI) May 15, 2022
नए मुख्य निर्वाचन आयुक्त के सामने सबसे पहली जिम्मेदारी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव कराने की होगी जो जल्द ही होने वाले हैं। उनके कार्यकाल में ही 2024 के लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव होंगे।
संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (2) के अनुसरण में राष्ट्रपति राजीव कुमार को 15 मई, 2022 से मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है। इससे पहले कुमार ने 1 सितंबर, 2020 को भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था।
राजीव कुमार चुनाव आयोग में कार्यभार संभालने से पहले कुमार सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष थे। वे अप्रैल 2020 में PESB के अध्यक्ष के रूप में शामिल हुए। 1960 में जन्मे कुमार का कार्यकाल फरवरी 2025 में खत्म होगा।
कुमार को जब निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था तब वह लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) के अध्यक्ष थे। उन्होंने तत्कालीन निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा के इस्तीफे के बाद एक सितंबर 2020 को निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाला था। वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के आईएएस हैं।
कुमार ने बीएससी, एलएलबी, पीजीडीएम, और सार्वजनिक नीति में मास्टर सहित कई शैक्षणिक डिग्री हासिल की और केंद्र और राज्य कैडर के मंत्रालयों में सरकार के लिए काम करने का 37 से अधिक वर्षों का अनुभव हैं।
पर्यावरण और वन, मानव संसाधन, वित्त और बैंकिंग क्षेत्र में काम किया। कुमार भारतीय रिजर्व बैंक, एसबीआई, नाबार्ड के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक भी रहे हैं। आर्थिक खुफिया परिषद (ईआईसी), वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी), बैंक बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) के सदस्य भी रह चुके हैं।