देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के जिला गाजियाबाद में बढ़ते अपराधों पर काबू पाना पुलिस के लिए हमेशा से एक बड़ी चुनौती रहा है।
आंकड़ों के अनुसार, जिले की कुल आबादी 40 लाख से अधिक है। जबकि गाजियाबाद जिले में 22 थाने और करीब साढ़े चार हजार पुलिसकर्मी तैनात हैं, जिनके कंधों पर में रहने वालों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा है। आबादी के हिसाब 800 निवासियों की सुरक्षा के लिए केवल एक पुलिसकर्मी तैनात है।
यही कारण है कि गाजियाबाद जिले में सुरक्षा की व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल हो जाता है. जबकि जिले का क्षेत्रफल शहर से ज्यादा ग्रामीण इलाकों का है। इस कारण से अपराधी जिले में बेलगाम होते जा रहे हैं। वहीं, शहर की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जिले के कप्तान एसएसपी मुनिराज द्वारा शासन को फाइल भेजी गयी थी, जिसमें चार नए थाने खोले जाने का प्रपोजल था। इनमें से दो थानों को मंजूरी मिल गयी है। अब वेव सिटी और क्रॉसिंग रिपब्लिक में नए थाने खुलेंगे। इसके कारण जिले में थानों की संख्या 22 से बढ़कर अब 24 हो जाएगी।
नए थानों से होंगे ये बदलाव
NEWS 18 LOCAL से बात करते हुए एसएसपी मुनिराज ने बताया कि नए थानों के खुलने से पुलिस को काफी सहजता होगी। पुलिस उन इलाकों में भी बेहतर टीमवर्क के साथ जनता को बेहतर सुरक्षा मुहैया करा पाएगी। नए थाने की बात करें तो कवि नगर थाने का कुछ हिस्सा हटाकर वेव सिटी थाने में जोड़ा जाएगा। मतलब चौकी डासना, लालकुआं और कुछ इलाका दूधिया पीपल का। इसी तरह विजय नगर थाने का कुछ हिस्सा क्रासिंग रिपब्लिक में दिया जाएगा।
बहरहाल, दो थानों को अभी मंजूरी नहीं मिली उनमें नीति खंड और अंकुर विहार क्षेत्र शामिल है. शहरी क्षेत्र में अगर नया थाना बनाना हो तो उसके लिए कम से कम पचास हजार की आबादी का होना जरूरी होता है, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में नया थाना खोलने के लिए 75 से 90 हजार की आबादी का होना जरूरी है।