चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से भाजपा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में भाजपा की सबसे बड़ी ताकत के बारे में बताया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष की दरकार है, जो कि फिलहाल दिख नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हिन्दुत्व, राष्ट्रवाद और लोक जनकल्याणकारी नितियों पर काम किया है और ये ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है, अगर विपक्ष को उसे पराजित करना है तो उसे कम से कम इन तीन मुद्दों में से दो पर काम करना होगा।
‘भाजपा की ताकत केवल हिंदुत्व को बढ़ावा देने से पैदा नहीं हुई’
प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘भाजपा की ताकत केवल हिंदुत्व को बढ़ावा देने से पैदा नहीं हुई है बल्कि उसने राष्ट्रवाद और कल्याणवाद पर भी काफी काम किया है,इसलिए अगर विपक्ष को मजबूती से भाजपा को चुनौती देनी है तो उसे कम से कम इन तीन प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान देने की अतिआवश्यकता है।’
उन्होंने आगे कहा कि ‘अगर भाजपा विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन करती है तो इसके पीछे कारण ये ही होगा कि वहां राष्ट्रवाद के मुद्दे काम नहीं आएंगे , वहां उप-क्षेत्रवाद के मुद्दे प्रबल होंगे और ऐसे में वहां विपक्ष इस पर काम कर सकता है।’
‘बीजेपी के विजयी रथ को रोकपाना असंभव है’
प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘साल 2024 में बीजेपी को हराना असंभव नहीं है लेकिन मौजूदा स्तर पर विपक्ष की जो हालत है उस हिसाब से बीजेपी के विजयी रथ को रोकपाना असंभव है इसलिए उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वो ऐसे विपक्षी मोर्चे को तैयार करने में मदद करना चाहते हैं, जो कि साल 2024 में बीजेपी को हरा सके।’
‘5 महीनों के अंदर बीजेपी को हराना नामुमकीन’
उन्होंने कहा कि ‘इसमें कोई शक नहीं कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव साल 2024 के चुनावों का सेमीफाइनल है। हालांकि उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो भी पार्टी या नेता बीजेपी को हराना चाहता है, उसे कम से कम 5-10 साल की रणनीति तैयार करनी होगी और मात्र 5 महीनों के अंदर बीजेपी को हराना नामुमकीन है।’