English മലയാളം

Blog

चेन्नई: 

AIADMK की पूर्व नेता वीके शशिकला भ्रष्टाचार के केस में चार सालों की जेल की सजा काटने के बाद बुधवार को बाहर आ गईं. मुख्यमंत्री जे जयललिता की सहयोगी रहीं शशिकला पिछले चार सालों से बेंगलुरु के परप्पना अग्रहरा जेल में थीं. हालांकि, फिलहाल वो कोरोनावायरस का इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती हैं.

जेल के एक कर्मचारी ने न्यूज़ एजेंसी PTI को बताया कि शशिकला को आज रिहा किया गया और रिहाई की सारी कार्यवाही अस्पताल में ही की गई. बता दें कि शशिकला 20 जनवरी को कोविड पॉजिटिव निकली थीं. पहले उन्हें बेंगलुरु के बोरिंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां से फिर उन्हें विक्टोरिया अस्पताल ले जाया गया.

Also read:  दिल्ली की पांच हवेलियां जो बताती है दिल्ली का इतिहास, घुमने गए तो चांदनी चौक की ये हवेलियां देखना ना भूलें

उनमें सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस हो गई थी, जो कोविड-19 का लक्षण है. हालांकि, उनका रैपिड एंटीजन और RT-PCR टेस्ट कराया गया, जो निगेटिव आया था. हालांकि, कोविड की आशंका होने पर पिछले हफ्ते गुरुवार को फिर कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें वो पॉजिटिव निकलीं.

Also read:  तेलंगाना के भाजपा चीफ बंडी संजय को पुलिस ने लिया हिरासत में, बंडी संजय की हिरासत को लेकर पार्टी ने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी

शशिकला के भतीजे और मक्कल मुनेत्र कणगम के महासचिव टीटीवी दिनाकरण उन्हें देखने बेंगलुरु आए थे. सोमवार को उन्होंने कहा था कि डॉक्टरों से बातचीत के बाद उन्हें डिस्चार्ज करने पर फैसला किया जाएगा.

Also read:  अडानी मामले पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तोड़ी चुप्पी, हमारा विदेशी मुद्रा भंडार बीते दो दिनों में बढ़कर 8 मिलियन डॉलर का हो गया

बता दें कि शशिकला को 2017 में 66 करोड़ के आय से अधिक संपत्ति के मामले में चार सालों की सजा सुनाई गई थी. उनकी संबंधी जे इलावारसी और जे जयललिता के पाले हुए बेटे वीएन सुधाकरण को भी इस मामले में सजा सुनाई गई थी.